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Fake IPL: किराये का खेत, मजदूर बने खिलाड़ी; गुजरात में नकली IPL का भंडाफोड़, झांसे में रूस के भी सटोरिए

Fake IPL: शोएब ने पुलिस को ये बताया कि रूसी पब में काम करने के दौरान ही उसकी मुलाकात एक आसिफ मोहम्मद नाम के शख्स से हुई थी। आसिफ ने इस फर्जीवाड़े में उसकी सहायता की। आसिफ ने ही उसे पब में रूसी पंटर्स को क्रिकेट की बारीकियां समझाने का काम किया।

नई दिल्ली। आईपीएल के नाम पर फर्जीवाड़े की खबरें सामने आना वैसे तो कोई बड़ी बात नहीं। जब भी मैच का दौर शुरू होता है तो सट्टेबाजी का खेल देखने को मिलता ही है लेकिन गुजरात के एक गांव से आईपीएल के नाम पर चूना लगाने का ऐसा खेल सामने आया है जिसे जानने के बाद आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी। दरअसल, यहां के एक गांव में फर्जी आईपीएल के नाम पर जालसाजी का ऐसा ताना-बाना बुना गया कि देश के बाद रूस में बैठे सटोरिए भी इनके बनाए जाल में फंस गए। हालांकि यहां राहत की बात तो ये रही कि वक्त रहते मेहसाणा पुलिस ने इस फर्जी आईपीएल से जुड़े रैकेट का भंडाफोड़ कर दिया। वरना ये लोग क्रिकेट के नाम पर न जाने कितनों को अपना शिकार बनाते।

पूरी कर ली गई थी फर्जी आईपीएल के लिए तैयारी

लोगों को ठगने के लिए फर्जी आईपीएल के लिए पूरी तैयारी की गई थी। यहां तक की हर्षा भोगले की नकल करने वाला कमेंटेटर, ऑफिशियल टेलीग्राम अकाउंट, यू-ट्यूब पर लाइव और खिलाड़ी के लिए खेतों में काम करने वाले मजदूर को तैयार कर लिया गया था। मेहसाणा जिले के मोलीपुर गांव के एक फार्म हाउस में फ्लड लाइट्स का बंदोबस्त कर मैदान भी तैयार किया जा चुका था। फर्जी आईपीएल ‘नॉकआउट स्टेज’ तक भी पहुंच गया था लेकिन टूर्नामेंट इससे आगे बढ़ पाता इससे पहले ही पुलिस ने फेक आईपीएल के आयोजकों को धर दबोचा। पुलिस ने इस मामले में अब तक 4 लोगों को अपने शिकंजे में ले लिया है और इस ठगी के लिए इस्तेमाल किए जा रहे हवाला चैनल की भी जांच की जा रही है। इस शातिर गिरोह ने तो रूस के टवेर, मास्को और वॉरोनेज शहर में बैठे सटोरियों से दांव तक लगवाए। इतना ही नहीं 15 दिन तक ‘आईपीएल’ नाम के यूट्यूब चैनल पर क्रिकेट मैच लाइव भी दिखाए गए।

moeny in cricket

मजदूरों को खिलाड़ी और अंपायर बनाया

एक रिपोर्ट के मुताबिक, फर्जी आईपीएल कराने के लिए इस रैकेट में गांव के 21 खेतिहर मजदूर और बेरोजगार को अपने साथ शामिल किया। ये बारी-बारी से आईपीएल टीम चेन्नई सुपर किंग्स, मुंबई इंडियंस और गुजरात टाइटंस टीम की जर्सी पहनकर पिच पर जाते थे। इसी में शामिल कुछ अंपायर बन जाते। किसी को शक न हो, इसके लिए मैच दिखाने के लिए लगाए गए कैमरों को आगे वॉकी-टॉकी लेकर ये लोग खड़े हो जाते। इसके अलावा रूस में बैठे लोग, जो इन मुकाबलों पर बेटिंग कर रहे थे, उन्हें शक न हो। इसके लिए इन ठगो ने इंटरनेट से क्रिकेट स्टेडियम में बैठे दर्शकों के शोर का ऑडियो भी डाउनलोड किया। मैच के दौरान बीच-बीच में इसे बजाया जाता ताकि मैच एकदम असली लगे।

हर्षा भोगले की मिमिक्री करने वाले को भी किया शामिल

आईपीएल मैच फर्जी न लगे ऐसे में लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए मेरठ से एक कमेंटेटर को जोड़ा गया, जो हर्षा भोगले के अंदाज में कमेंट्री करने में माहिर था। सट्टेबाजी के लिए टेलीग्राम चैनल का भी निर्माण किया गया जिसके जरिए ही रूस में बैठे पंटर फर्जी आईपीएल मैच पर दांव खेलते थे।

आईपीएल के लिए किराये के खिलाड़ी और खेत

इस मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी भावेश राठौड़ का कहना है कि, “फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड शोएब दावड़ा बेटिंग के लिए मशहूर रूस के एक पब में 8 महीने काम करने के बाद अपने गांव मोलीपुर लौट आया था। उसी ने पूरे खेल को अंजाम दिया। शोएब ने इसके लिए एक शख्स के खेत को किराए पर लिया और फिर वहां हैलोजन लगा दिए। उसने 21 मजदूरों को रोज 400 रुपये देने का लालच देकर फेक आईपीएल टूर्नामेंट में शामिल होने के लिए तैयार किया। इसके बाद कैमरामैन जोड़ा और आईपीएल की अलग-अलग टीमों की जर्सियां खरीदी।”

रूस के पब में काम कर चुका है मास्टरमाइंड

शोएब ने पुलिस को ये बताया कि रूसी पब में काम करने के दौरान ही उसकी मुलाकात एक आसिफ मोहम्मद नाम के शख्स से हुई थी। आसिफ ने इस फर्जीवाड़े में उसकी सहायता की। आसिफ ने ही उसे पब में रूसी पंटर्स को क्रिकेट की बारीकियां समझाने का काम किया। रूस से सट्टा लगाने के लिए फर्जी आईपीएल कराने वालों को 3 लाख रुपये की पहली किश्त भी मिल गई थी। हालांकि, जब तक इस फर्जीवाड़े से जुड़े लोग इन पैसों को इस्तेमाल कर पाते उससे पहले ही पुलिस ने इनके पूरे प्लान को चौपट कर दिया।