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Jharkhand: पढ़ती नहीं थी, इसलिए झारखंड में पिता ने 4 साल की बेटी को पीटकर मार डाला

परसूडीह थाने की पुलिस के मुताबिक 4 जुलाई की रात खबर मिली कि रामगणेश सिंह के घर किराए पर रहने वाले उत्तम और अंजना ने 29 जून को अपनी बेटी घितिका की हत्या कर दी थी और शव को कहीं छिपा दिया। 29 जून से वे चले गए थे, लेकिन फिर लौट आए थे।

जमशेदपुर। झारखंड के परसूडीह में एक शख्स ने अपनी 4 साल की बच्ची को पीटकर मार डाला। घितिका महतो नाम की बच्ची की हत्या के बाद उसने लाश को 40 किलोमीटर दूर गालूडीह रेलवे स्टेशन के पास झाड़ियों में फेंक दिया। पुलिस ने जब आरोपी को गिरफ्तार किया, तो उसने बताया कि बेटी पढ़ाई नहीं करती थी। जिसकी वजह से उसे बांधकर पीटा था। इस पिटाई से उसकी मौत हो गई। ये घटना बारीगोड़ा गांव में हुई है। पुलिस ने इसके बाद आरोपी उत्तम मैती की निशानदेही पर उसकी बेटी का शव बरामद किया। उत्तम और उसकी पत्नी अंजना महतो मूलरूप से बोड़ाम के कदमजोड़ा के निवासी हैं।

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पुलिस के मुताबिक बच्ची की हत्या के बाद उत्तम और अंजना लापता हो गए थे। जब वे वापस लौटे, तो एक पड़ोसी ने पुलिस में शिकायत की। जिसके बाद दोनों को गिरफ्तार किया गया। परसूडीह थाने की पुलिस के मुताबिक 4 जुलाई की रात खबर मिली कि रामगणेश सिंह के घर किराए पर रहने वाले उत्तम और अंजना ने 29 जून को अपनी बेटी घितिका की हत्या कर दी थी और शव को कहीं छिपा दिया। 29 जून से वे चले गए थे, लेकिन फिर लौट आए थे। इस पर पुलिस करीब 9 बजे रात मौके पर पहुंची और उत्तम और अंजना से पूछताछ की। पहले दोनों ने बताया कि बेटी की तबीयत खराब थी और इस वजह से उसकी मौत हो गई। दोनों ने बताया कि इलाज के लिए झाड़ग्राम ले जाते वक्त मौत हुई और रास्ते में शव को दफना दिया।

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बयान में गड़बड़ियां देखकर पुलिस ने जब सख्ती की, तो उत्तम और अंजना टूट गए और दोनों ने हकीकत बयान कर दिया। उत्तम ने बताया कि बेटी पढ़ती नहीं थी। इस वजह से नाराज होकर उसने उसके हाथ और पैर बांधे और फिर पीटना शुरू किया। मौत होने के बाद शव को टेंपो में लेकर सदर अस्पताल गए, लेकिन पकड़े जाने के डर से ट्रेन पकड़कर गालूडीह चले गए। वहां स्टेशन के पास बच्ची के शव को झाड़ियों में फेंका और फिर कदमजोड़ा चले गए। वे कपड़े लेने के लिए लौटे थे। उनका इरादा घर छोड़ने का था, लेकिन पड़ोसियों की चौकसी से धरे गए।