नई दिल्ली। आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में वित्तीय अनियमितताओं के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने हावड़ा के सांकराइल और कोलकाता के बेलेघाटा इलाके में छापेमारी शुरू की है। इस छापेमारी के दौरान आरजी कर हॉस्पिटल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के घर पर भी ईडी की टीम ने दस्तक दी है। यह कार्रवाई प्रवर्तन निदेशालय द्वारा आरजी कर हॉस्पिटल में वित्तीय अनियमितताओं को लेकर दर्ज किए गए ईसीआईआर के बाद शुरू की गई है।
सीबीआई ने की थी गिरफ्तारी
इससे पहले, सीबीआई ने वित्तीय अनियमितताओं में कथित संलिप्तता को लेकर आरजी कर मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष और तीन अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार किए गए अन्य तीन लोगों में घोष के निजी सुरक्षाकर्मी अफसर अली (44), अस्पताल के विक्रेता बिप्लव सिंघा (52), और सुमन हजारा (46) शामिल हैं। इन सभी पर आरोप है कि वे अस्पताल को सामग्री की आपूर्ति में अनियमितताएं कर रहे थे और भ्रष्टाचार में संलिप्त थे।
पूर्व उपाधीक्षक ने की थी शिकायत
आरजी कर मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के पूर्व उपाधीक्षक डॉ. अख्तर अली ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि संदीप घोष के प्रिंसिपल रहते हुए हॉस्पिटल में कई वित्तीय अनियमितताएं हुईं, जिनमें लावारिस शवों की तस्करी, बायो-मेडिकल कचरे के निपटान में भ्रष्टाचार, और निर्माण निविदाओं में भाई-भतीजावाद शामिल हैं। कोलकाता पुलिस पहले इस मामले की जांच कर रही थी, लेकिन बाद में हाई कोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई ने इसे अपने हाथ में लिया।
ईडी की छापेमारी
ईडी ने अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए सांकराइल और बेलेघाटा में छापेमारी शुरू की। इसके साथ ही, पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के आवास पर भी छापेमारी की गई, जहां से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल उपकरण जब्त किए गए हैं। ईडी इस पूरे मामले में वित्तीय लेन-देन और अन्य कागजी सबूतों की जांच कर रही है ताकि पूरे घोटाले का खुलासा हो सके।