
कोलकाता। वंदेभारत एक्सप्रेस पर पथराव के मामले में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बीते दिनों कहा था कि कुछ लोग झूठ बोल रहे हैं कि ट्रेन पर बंगाल में पथराव हुआ। ममता का कहना था कि ट्रेन पर बिहार में पथराव हुआ था। उन्होंने इस मामले में झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए ये भी कहा था कि ऐसे लोगों पर कानूनी कार्रवाई होगी। ममता के इस बयान के बाद अब कोलकाता की बेलियाघाटा थाने में 10 पत्रकारों और पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष डॉ. सुकांत मजूमदार पर साजिश रचने समेत गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
हावड़ा से न्यू जलपाईगुड़ी तक वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेन को पीएम नरेंद्र मोदी ने पिछले महीने हरी झंडी दिखाई थी। इसके बाद पूर्व रेलवे ने बताया था कि 2 जनवरी को मालदा और 3 जनवरी को बिहार के किशनगंज में वंदेभारत एक्सप्रेस पर पथराव किया गया। जबकि, ममता का कहना है कि पश्चिम बंगाल में ट्रेन पर किसी ने पथराव नहीं किया। उनका कहना था कि बिहार को वंदेभारत एक्सप्रेस नहीं मिली है। इसी वजह से शायद नाराज होकर वहां के लोगों ने पथराव किया हो। एक पुलिस अफसर ने हिंदी अखबार ‘दैनिक जागरण’ को बताया कि कई मीडिया वालों ने कहा था कि पथराव की घटना बंगाल में हुई। इससे राज्य की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा है। इसलिए इनके खिलाफ विशिष्ट धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
This is nothing but harassment of journalists working for Delhi based media organisations, based in Bengal, for reporting on Vande Bharat stone pelting incident, which has apparently tarnished Mamata Banerjee’s “image”. FIR filed against them… This is worst kind of censorship. https://t.co/hF6WtlNfco pic.twitter.com/RdAiH6wavZ
— Amit Malviya (@amitmalviya) January 9, 2023
वहीं, पत्रकारों और पश्चिम बंगाल में अपने अध्यक्ष पर केस दर्ज होने पर बीजेपी भड़क गई है। बीजेपी के नेता अमित मालवीय ने ममता सरकार की पुलिस के कदम पर सवाल उठाए हैं। अमित मालवीय ने लिखा है कि ये और कुछ नहीं, बल्कि दिल्ली स्थित मीडिया संगठनों के पत्रकारों का उत्पीड़न है। मालवीय ने ट्वीट में लिखा कि वंदेभारत एक्सप्रेस पर पथराव से ममता बनर्जी की छवि को नुकसान पहुंचा है और इसी वजह से एफआईआर दर्ज कराई गई है। उन्होंने इसे सेंसरशिप का सबसे खराब उदाहरण बताया।