
नई दिल्ली। शिक्षक भर्ती घोटाले के आरोपों में घिरे पश्चिम बंगाल सराकर में पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा कि, ‘मुझे फंसाया जा रहा है। मेरी कोई गलती नहीं है। राजनीतिक साजिश के तहत मुझे फंसाने की कोशिश की जा रही है’। उन्होंने कहा कि, ‘वे साजिश का शिकार हो चुके हूं’। आपको बता दें कि उन्होंने उपरोक्त बयान मीडिया से मुखातिब होने क्रम में दिया है। इससे पहले पार्थ की करीबी अर्पिता मुखर्जी ने भी इस पूरे मसले को लेकर मीडिया से मुखातिब हुई थीं, लेकिन वे कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं थीं। उन्हें अस्पताल ले जाया गया था, जहां वे एकाएक बेसुध हो गईं, जिसके बाद उन्हें उपचार हेतु अस्पताल ले जाया गया था। ध्यान रहे कि इससे पहले अर्पिता ने पूछताछ में कहा था कि, ‘मुझे इन पैसों के बारे में कुछ जानकारी नहीं है। मेरे घर को सिर्फ और सिर्फ गोदाम के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था’। आपको बता दें कि पार्थ चटर्जी ने उपरोक्त बयान अस्पताल ले जाने के क्रम में दिया था। कथित तौर पर उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। इससे पहले अर्पिता की मां ने भी मीडिया से मुखातिब होने के क्रम में कहा था कि, ‘उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि उनकी बेटी के पास इतने सारे रुपए हैं। उधर, सीएम ममता बनर्जी विपक्षी के दबाव में आकर चटर्जी की मंत्रिमंडल से छुट्टी कर चुकी हैं।
बता दें कि पार्थ के पास उद्योग और संसदीय मंत्री का प्रभार था। माना जा रहा है कि पहले ममता बनर्जी के पार्थ के बचाव में थीं, लेकिन जब विपक्षी दलों का दबाव बढ़ा तो चटर्जी के खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ गई। उधर, ईडी का अर्पिता के खिलाफ कार्रवाई का सिलसिला जारी है। ईडी की कार्रवाई में अब तक अर्पिता के ठिकानों से करीबन 50 करोड़ रुपए बरामद किए जा चुके हैं। ईडी की छापेमारी में भारी मात्रा में सोना भी बरामद किया गया था। उधर, इससे पहले गुरुवार को भी ईडी अर्पिता के एक और फ्लैट पर छापे मारने पहुंची थी, लेकिन ईडी कर्मियों के हाथों चाबी नहीं लगी थी।
माना जा रहा है कि इस फ्लैट में भारी संख्या में कैश बरामद किए जा सकते हैं। वहीं, अब इस पूरे मामले को लेकर ममता बनर्जी की मुश्किलों की दायरा बढ़ता जा रहा है। पश्चिम बंगाल के विपक्षी दलों का हमला टीएमसी के खिलाफ बढ़ता जा रहा है। बंगाल बीजेपी इकाई का कहना है कि पूरी की पूरी टीएमसी ही भ्रष्टाचार में लिप्त है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि सारधा और नारद चिटफंड घोटालों से भी बड़ा यह घोटाला है, जो कि आगामी दिनों में ममता की मुश्किलों का दायरा बढ़ा सकता है। लेकिन, अबू इन तमाम परिस्थितियों के बीच यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या कुछ रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए आप पढ़ते रहिए । न्यूज रूम पोस्ट.कॉम