देश में बाढ़ का कहर : जानें उत्तर प्रदेश से लेकर ओडिशा का हाल
देश में बाढ़ (Flood in India) का कहर जारी है। बाढ़ का प्रकोप देश के 6 राज्यों में देखने को मिल रहा है। इससे जनता बेहाल है। असम (Assam), बिहार (Bihar), उत्तर प्रदेश (UP), महाराष्ट्र (Maharashtra), कर्नाटक (Karnataka) और केरल (Kerala) में इस समय बाढ़ का सबसे ज्यादा कहर देखने को मिल रहा है।
नई दिल्ली। देश में बाढ़ (Flood in India) का कहर जारी है। बाढ़ का प्रकोप देश के 6 राज्यों में देखने को मिल रहा है। इससे जनता बेहाल है। असम (Assam), बिहार (Bihar), उत्तर प्रदेश (UP), महाराष्ट्र (Maharashtra), कर्नाटक (Karnataka) और केरल (Kerala) में इस समय बाढ़ का सबसे ज्यादा कहर देखने को मिल रहा है। तेज बारिश (Heavy Rain) के चलते समस्या और गंभीर हो जाती है।
उत्तर प्रदेश में नदियां उफान पर
उत्तर प्रदेश में कई नदियों में बढ़ते जलस्तर से बाढ़ ने एक बार फिर कहर ढाना शुरू कर दिया है। सरयू और घाघरा के बढ़े जलस्तर ने कई गांवों को प्रभावित किया है। तराई क्षेत्रों में नदियों का पानी खतरे के निशान के ऊपर बह रहा है। लिहाजा, प्रदेश के 16 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। बहराइच-महसी तहसील के जुगलपुरवा, जरमापुर, जमई गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। वहीं, दूसरी तरफ फसल डूबने के साथ ही ग्रामीणों की माली हालत भी गड़बड़ाने लगी है। राहत आयुक्त कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, प्रदेश में अब तक 16 जनपद- अंबेडकरनगर, अयोध्या, आजमगढ़, बहराइच, बलिया, बलरामपुर, बाराबंकी, बस्ती, देवरिया, गोंडा, गोरखपुर, खीरी, कुशीनगर, मऊ , संतकबीर नगर और सीतापुर के 642 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। इनमें से 362 गांव जलमग्न हैं। बाढ़ से बचाव के लिए प्रदेश में 303 आश्रय स्थल बनाए गए हैं। अब तक 61 हजार 892 खाद्य किट बांटी जा चुकी है। 627 नावें चलाई जा रही हैं। 735 बाढ़ चौकियां स्थापित की गई हैं। 265 मेडिकल टीमों को अलर्ट किया गया है। राहत आयुक्त संजय गोयल ने बताया कि बाढ़ प्रभावित जनपदों में सर्च और रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ की 15 टीमें लगाई गई हैं। पीएसी और एसडीआरएफ की सात टीमें अलग लगी हैं।
बिहार में भी बाढ़ का कहर
बिहार में भी बाढ़ का कहर जारी है। ताजा जानकारी के मुताबिक, बाढ़ से यहां 25 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं 16 जिलों के 77.77 लाख लोग इससे बुरी तरह प्रभावित हैं। आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक, बिहार में बाढ़ से सबसे ज्यादा मौतें दरभंगा जिले में हुई हैं। यहां मरने वालों का संख्या 11 तक पहुंच गई है। दरभंगा के अलावा सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज और पूर्वी चम्पारण के लोग भी बाढ़ से बुरी तरह परेशान हैं। राज्य में सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, खगड़िया, सारण समस्तीपुर सीवान, मधुबनी, मधेपुरा और सहरसा में बाढ़ की पानी घुस गया है।
कर्नाटक में बाढ़ से जानवर भी बुरी तरह प्रभावित
कर्नाटक के कुछ हिस्सों में भारी बारिश ने न केवल आम जन बल्कि जानवरों को भी सुरक्षित ठिकाने की तलाश करनी पड़ रही है। लगातार बारिश के कारण नदियों के जलस्तर में वृद्धि के बाद राज्य सरकार ने कई बड़े बांधों के द्वार खोल दिए हैं, जिससे नदी के किनारे वाले क्षेत्रों में बाढ़ की चिंता बढ़ गई है। बारिश के बीच बाढ़ कला कहर और देखने को मिल रहा है।
असम के हालत
असम के एक जिले में बाढ़ का पानी घटने से प्रभावित लोगों की संख्या घटकर 13,300 से कुछ अधिक रह गई। बाढ़ से अब तीन जिले प्रभावित हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी बाढ़ संबंधी नियमित बुलेटिन में बताया गया कि धेमाजी, लखीमपुर और बास्का जिलों के 36 गांवों में अब भी जलभराव है। शुक्रवार (14 अगस्त) के बाद से विश्वनाथ जिले में बाढ़ का पानी कम हुआ। बाढ़ और भूस्खलन के कारण राज्य में अब तक 138 लोगों की मौत हो चुकी है। बाढ़ से सर्वाधिक 10,600 लोग लखीमपुर में प्रभावित हैं। जोरहाट और सोनितपुर जिलों में ब्रह्मपुत्र नदी अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
ओडिशा के कई हिस्सों में भारी वर्षा
दूसरी ओर, ओडिशा के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई है, जिससे सामान्य जन-जीवन प्रभावित हुआ है। जगह-जगह भारी वर्षा होने से राज्य में कई जगहों पर सड़क संपर्क टूट गया, निचले इलाकों में पानी भर गया और कुछ स्थानों पर कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचा है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।