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चार्जशीट में उमर खालिद ने किया कबूल- ‘दिल्‍ली हिंसा में हुआ बच्‍चों और महिलाओं का इस्‍तेमाल’

Umar Khalid Confession: अपने बयान में उमर(Umar Khalid) ने कहा कि, ‘प्लान कामयाब ना होता देख हमने आंदोलन को और सख्त बनाने की योजना बनाई। हमने 16 और 17 फरवरी की शाम एक मीटिंग में तय किया कि अब हिंसा(Violence) का रास्ता अपनाकर ही सरकार को घुटनों पर लाया जा सकता है।

नई दिल्ली। इसी साल दिल्‍ली में हुई हिंसा के आरोपी उमर खालिद (Umar Khalid) के खिलाफ पुलिस ने शुक्रवार को चार्जशीट दाखिल की जिसमें उमर खालिद ने कबूल किया है कि दिल्ली हिंसा में बच्चों और महिलाओं का इस्तेमाल किया गया था। जिसमें उमर खालिद ने पुलिस को इकबालिया बयान देते ये माना है कि हिंसा के लिए महिलाओं और बच्चों को भी शामिल किया गया है। अपने इस बयान में उमर खालिद ने फैलाई गई हिंसा के लिए साजिश रचने और महिलाओं व बच्‍चों के इस्‍तेमाल करने संबंधी कई खुलासे किए हैं। चार्जशीट में उमर खालिद के इकबालनामे के मुताबिक ‘2019 में जिस तरह से संसद में भारत सरकार ने नागरिकता संसोधन बिल पेश किया, उसके बाद मैंने अपने साथी जो यूनाइटेड अगेंस्ट हेट (United Against Hate) के सदस्य थे, हम सब ने मिलकर एक मीटिंग की कि एंटी सीएए (CAA) बिल मुसलमानों के खिलाफ है।’

Delhi Riots petrol

उमर खालिद ने कहा है कि, इसके खिलाफ आवाज उठाने को लेकर यूनाइटेड अगेंस्ट हेट के सदस्य सहमत हो गए। तब हमने योजना बनाई की JNU और जामिया (Jamia) के मुस्लिम छात्र मिलकर इस बिल के खिलाफ आवाज उठाते है क्योंकि भारत सरकार बिना दबाव बनाए इस बिल को वापस नही लेगी। जिसके बाद हमने यूनाइटेड अगेंस्ट हेट, जेएनयू और जामिया के मुस्लिम छात्रों को इकट्ठा करने के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया, जिसमें देखते ही देखते काफी लोग इकट्ठा हो गए।’

उमर खालिद ने अपने बयान में आगे कहा है कि, ‘फिर हमने जंतर मंतर पर धरने प्रदर्शन किए, सरकार पर दबाव बनाने के लिए प्रदर्शन शुरू किए। जिसके बाद मेने अपने साथियों के साथ मीटिंग की और अपने आंदोलन को अगले पड़ाव पर ले जाने की प्लानिंग बनाई। इसके लिए हमने बच्चों और औरतों को आगे रखने का प्लान बनाया और पूरी दिल्ली में चक्का जाम करने की योजना बनाई। इसके लिए बाकायदा ‘हम भारत के लोग’ के नाम से एक नया व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया। उधर जब तक एंटी CAA बिल लोकसभा में पास कर दिया गया था और यह एक कानून बन गया।’

अपने बयान में उमर ने कहा कि, ‘प्लान कामयाब ना होता देख हमने आंदोलन को और सख्त बनाने की योजना बनाई। हमने 16 और 17 फरवरी की शाम एक मीटिंग में तय किया कि अब हिंसा का रास्ता अपनाकर ही सरकार को घुटनों पर लाया जा सकता है। इसको लेकर मैंने ही लोगों से कहा कि वो अपने पास पत्थर तेजाब पेट्रोल और हथियारो को इकट्ठा करके रखें और जब जरूरत पड़ेगी इसका इस्तेमाल करें।’ उमर खालिद ने कहा कि, मैं दिल्ली में करीब 23-24 जगह चल रहे एंटी CAA प्रदर्शनो में शामिल हुआ। मैं अमरावती और महाराष्ट्र भी प्रदर्शन में शामिल होने गया था।

इस दौरान में मैंने लोगों से कहा कि हम सब डोनॉल्ड ट्रंप की भारत यात्रा के दौरान 24 फरवरी को सड़कों पर आकर भारत सरकार पर दबाव बनाएंगे। और हमारे लोगो ने अपनी योजना के मुताबिक डोनाल्ड ट्रम्प की यात्रा के दौरान ही 24 तारीख को दिल्ली के अलग अलग इलाको में चक्का जाम दंगे करवाना शुरू कर दिए। देखते ही देखते उत्तर पूर्वी दिल्ली के कई इलाको में दंगे फैल गए।’