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Taj Mahal Free Entry: जनवरी में इन 3 तारीखों पर आप मुफ्त में घूम सकते हैं ताजमहल, शाहजहां और मुमताज महल की असली कब्र भी देखने का मिलेगा मौका

Taj Mahal Free Entry: अगर आप आगरा जाकर ताजमहल और मुगल बादशाह शाहजहां और उसकी बेगम मुमताज महल की असली कब्र देखना चाहते हैं और वो भी फ्री में, तो जनवरी में 3 ऐसी तारीखें हैं जब आपकी ये मुराद पूरी हो सकती है। दरअसल, हर साल की तरह इस साल भी ताजमहल परिसर में मुगल बादशाह शाहजहां का उर्स मनाया जाने वाला है। शाहजहां के उर्स के मौके पर आप भी मुफ्त में ताजमहल जाकर दोनों की असली कब्र देख सकते हैं।

आगरा। अगर आप आगरा जाकर ताजमहल और मुगल बादशाह शाहजहां और उसकी बेगम मुमताज महल की असली कब्र देखना चाहते हैं और वो भी फ्री में, तो जनवरी में 3 ऐसी तारीखें हैं जब आपकी ये मुराद पूरी हो सकती है। दरअसल, हर साल की तरह इस साल भी ताजमहल परिसर में मुगल बादशाह शाहजहां का उर्स मनाया जाने वाला है। इस साल मुगल बादशाह शाहजहां का 370वां उर्स है। इस साल शाहजहां का उर्स 26 से 28 जनवरी 2025 यानी 3 दिन तक मनाया जाएगा। इस दौरान इस्लामी हिजरी कैलेंडर के रजब महीने की 25, 26 और 27 तारीख होगी। शाहजहां के उर्स के वक्त ताजमहल में जायरीनों और पर्यटकों का प्रवेश बिल्कुल मुफ्त रहेगा।

ताजमहल में शाहजहां और मुमताज महल की कब्र तहखाने में है। ताजमहल में प्रवेश करने पर गुंबद के नीचे जो दो कब्र दिखती हैं, वो असली कब्रों की प्रतिकृतियां हैं। शाहजहां का उर्स ही एकमात्र ऐसा मौका होता है, जब एएसआई की तरफ से तहखाना खोला जाता है। उस वक्त यहां शाहजहां और मुमताज महल की असली कब्रों पर जायरीन चादर चढ़ाते हैं। ऐसे में पर्यटकों को भी शाहजहां और मुमताज महल की असली कब्रों का दीदार होता है। 26 जनवरी 2025 को ताजमहल में दोपहर गुस्ल की रस्म होगी। इस दौरान शाहजहां और मुमताज महल की कब्रों को धोया जाएगा। इसके बाद 27 जनवरी को संदल और फिर 28 जनवरी को चादर चढ़ेगी। साथ ही कुरान की आयतें भी पढ़ी जाएंगी।

मुगल बादशाह शाहजहां के उर्स में सभी पर्यटकों को मुफ्त प्रवेश का मौका रहता है। 26 और 27 जनवरी को दोपहर 2 बजे स और 28 जनवरी को सुबह से शाम तक पर्यटक बिना टिकट के प्रवेश कर सकेंगे। इसके लिए एएसआई के एक्जीक्यूटिव आर्कियोलॉजिस्ट की तरफ से आदेश जारी किया जाता है। अगर आप भी मुफ्त में ताजमहल का दीदार करना चाहते हैं और देखना चाहते हैं कि शाहजहां की उर्स किस तरह मनाई जाती है, तो 26 जनवरी को आगरा पहुंचने की तैयारी कर लीजिए।