नई दिल्ली। केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के विरोध में किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) को 26वें दिन भी जारी है। दिल्ली की सीमाओं पर हजारों की संख्या में किसान डटे हुए हैं और कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग पर अड़े हैं। वहीं केंद्र सरकार ने दावा किया है कि ये कानून किसानों के हित में हैं। इस बीच केंद्र सरकार ने रविवार को किसान नेताओं को खुली चिट्ठी लिखी है। जिसमें अगले दौर की बातचीत के लिए आमंत्रित किया गया है। और साथ ही कहा है कि वे इसकी तिथि तय करें। आपको बता दें कि केंद्र सरकार और 40 किसान संघों के बीच पिछली बार 5 दौर की बातचीत हो चुकी है। लेकिन इस बातचीत का कोई नतीजा नहीं निकला।
इस चिट्ठी में कृषि मंत्रालय के संयुक्त सचिव विवेक अग्रवाल (Vivek Aggarwal) ने कहा है कि मैं कृषि कानून का विरोध कर रहे किसानों से अनरोध करता हूं कि जो भी उनको संदेह है, चिंताएं हैं उनकी डिटेल मुहैया कराएं साथ ही अगले दौर की बातचीत के लिए अपने हिसाब से तारीख का भी सुझाव दें।
कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों को कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने एक पत्र लिखकर दोबारा बातचीत के लिए एक तारीख बताने का अनुरोध किया। #FarmersProtest pic.twitter.com/uHjectySbQ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 21, 2020
विवेक अग्रवाल ने कहा कि सरकार नई दिल्ली के विज्ञान भवन में अगली बैठक बुलाना चाहती है ताकि प्रदर्शन जल्द से जल्द समाप्त हों। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसानों द्वारा उठाए गए सभी मुद्दों के समाधान के लिए खुले मन से हरसंभव प्रयास कर रही है।