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देश की संप्रभुता व एकता सर्वोच्च, खालिस्तान समर्थकों से कड़ाई से निपटे सरकार- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद

वर्तमान भारत में नई संभावनाओं तथा समृद्धि के नए सूत्रों का उद्घाटन हो रहा है तथा वैश्विक पटल पर देश की साख में वृद्धि हुई है। ऐसे में भारत विरोधियों की अकुलाहट का कारण स्पष्टतया समझा जा सकता है।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, बीते दिनों में पंजाब तथा विदेश के कुछ स्थानों पर खालिस्तान की मांग को लेकर हुई घटनाओं पर आक्रोश प्रकट करती है। देश की संप्रभुता सर्वोच्च है, राष्ट्र पुनर्निर्माण के पुनीत कार्य में सभी नागरिक एकजुटता से सकारात्मक योगदान दे रहे हैं। ऐसे में ‘विभाजन की हिंसक विकृति’ से पीड़ित खालिस्तान समर्थकों के हिंसापूर्ण तथा विभाजनकारी कुत्सित एजेंडे का कड़ा प्रतिकार अत्यावश्यक है ।

विभिन्न अवसरों पर खालिस्तानियों के देशविरोधी कृत्यों, लंदन में भारतीय झंडे का अपमान, महान देशभक्त भगत सिंह को बार-बार खालिस्तान समर्थकों द्वारा गद्दार तथा आतंकवादी कह देश की महान स्वतंत्रता के लिए वीरगति रुपी आहुति के अपमान आदि से खालिस्तान समर्थकों के देश की संप्रभुता तथा पंथनिरपेक्षता के विरुद्ध नीच मंसूबे स्पष्ट हैं। खालिस्तान की मांग से जुड़े विभिन्न संगठन आईएसआई तथा अन्य भारत विरोधियों के टुकड़ों पर पल रहे हैं,यह बात अब छिपी नहीं रही। खालिस्तान की आड़ में सिख युवकों को दिग्भ्रमित कर अपनी अधम गतिविधियों में सम्मिलित करने के प्रयासों के कारण देश के बहादुर सिखों को भी कलंकित करने के असफल प्रयास हो रहे हैं।

वर्तमान भारत में नई संभावनाओं तथा समृद्धि के नए सूत्रों का उद्घाटन हो रहा है तथा वैश्विक पटल पर देश की साख में वृद्धि हुई है। ऐसे में भारत विरोधियों की अकुलाहट का कारण स्पष्टतया समझा जा सकता है।देश के युवाओं के लिए संभावनाओं की बेहतर राहों के बीच कुछेक स्थानों पर ड्रग्स तथा मादक पदार्थों द्वारा युवाओं को गलत पथ पर ढकेलने के षड्यंत्र भी उजागर हुए हैं। सरकार तथा समाज को एकसाथ मिलकर खालिस्तानी षड्यंत्रकारियों के कुत्सित प्रयासों को रोकना होगा।

अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री श्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि,” आज भारत प्रगति के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है, अनेक क्षेत्रों में प्रगति से वैश्विक स्तर पर भारत के मान में वृद्धि हुई है। देश की एकता तथा अखंडता, किसी भी मत-पंथ या संप्रदाय से ऊपर है। भारत में विभिन्न विषमताएं गति से कम हो रही हैं तथा भारतीय पहचान के साथ प्रत्येक नागरिक अपनी आकांक्षाओं को पूर्ण करने का प्रयास कर रहा है। जो भी बाह्य शक्तियां उभरते भारत की राहों में बाधाएं खड़ी करना चाहती हैं, उनके विरोध में हर भारतीय एकजुट है। अभाविप मांग करती है कि खालिस्तान समर्थकों के समूल उन्मूलन की दिशा में शीघ्रता से कार्रवाई हो।”