Bihar: ‘तो जदयू की गुड्डी चौधरी ने नीतीश को सबक सिखाकर ही लिया दम’, BJP में शामिल होकर JDU के लिए खड़ा किया मुश्किलों का पहाड़
नीतीश कुमार ने गुड्डी चौधरी और उनके पति से वादा किया था कि उन्हें आगामी बिहार विधानसभा में चुनाव में टिकट दिया जाएगा, लेकिन जब देने की बार आई तो नीतीश ने उन्हें गच्चा दे दिया, जिसकी टिस उनके दिल में रह गई और फिर दोनों ही पति पत्नी एक ऐसे मौके की ताड़ में बैठ गए, जब नीतीश कुमार को सबक सिखाय जा सकें।
नई दिल्ली। बीजेपी के साथ अपनी सियासी मित्रता को तिलांजलि देने के बाद जदयू को झटके पर झटके लग रहे हैं। अब एक बार फिर से जदयू को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, गुड्डी चौधरी और उनके पति राजेश कुमार ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली है। सियासी पंडितों की मानें तो ऐसा करके उन्होंने नीतीश कुमार से बदला लिया है, क्योंकि 2015 के विधानसभा चुनाव से लेकर 2020 के चुनाव में नीतीश कुमार ने हमेशा ही उनके साथ विश्वासघात किया था, जिसका आज उन्होंने नीतीश कुमार से हिसाब से ले लिया है।
खबरों की मानें तो नीतीश कुमार ने गुड्डी चौधरी और उनके पति से वादा किया था कि उन्हें आगामी बिहार विधानसभा में चुनाव में टिकट दिया जाएगा, लेकिन जब देने की बार आई तो नीतीश ने उन्हें गच्चा दे दिया, जिसकी टिस उनके दिल में रह गई और फिर दोनों ही पति पत्नी एक ऐसे मौके की ताड़ में बैठ गए, जब नीतीश कुमार को सबक सिखाया जा सकें। अब ऐसे में जब बीजेपी से दगाबाजी करने के बाद नीतीश कुमार को लगातार धोखे पर धोखे मिलते जा रहे हैं, तो ऐसे में दोनों पति- पत्नी को सुशासन बाबू को सबक सिखाने का इससे अच्छा मौका नहीं मिला है और दोनों ने बीजेपी के खेमे में शामिल होकर बीजेपी को अब तक का सबसे बड़ा झटका दे डाला है। आपको बता दें कि 2015 के बिहार विधानसभा में चुनाव में टिकट नहीं मिलने से खफा हुईं गुड्डी चौधरी ने जदयू से इस्तीफा देने के बाद लोजपा के टिकट पर चुनाव लड़ीं थीं, लेकिन जदयू प्रत्याशी पंकज कुमार मिश्रा से हार गई थीं। हालांकि, टिकट नहीं मिलने के बावजूद भी दोनों पति-पत्नी ने नामांकन दाखिल किया था। ध्यान रहे कि गुड्डी ने खुद लोजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था तो उनके पति निर्दलीय ही चुनावी मैदान में उतरे थे। बता दें कि तत्कालीन बिहार विधानसभा के अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण चौधरी को भेजे गए इस्तीफे में उन्होंने नीतीश कुमार को धोखेबाज तक बताया था।
बहरहाल, अब आगामी दिनों में बिहार की राजनीति में जदयू से लेकर कांग्रेस के बीच क्या कुछ भूचाल देखने को मिलता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। ध्यान रहे कि जब से नीतीश कुमार ने बीजेपी को गच्चा देकर राजद के साथ हाथ मिलाया है, तब से नीतीश कुमार को झटके पर झटके लगते जा रहे हैं। बहरहाल, अब ऐसी स्थिति में आगामी दिनों में नीतीश कुमार के लिए बिहार की सियासी राह कैसी रहती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम