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Lucknow: ‘कंधे से कटा हाथ, पॉलीथिन में लेकर पहुंचे अस्पताल,’ फिर डॉक्टरों ने 4 घंटे में किया ऐसा चमत्कार जानकर हो जाएंगे हैरान

Lucknow: बता दें, ये यहां चिकित्सकों ने एक 10 साल की बच्ची को दिव्यांग होने से बचा लिया। बच्ची के कंधे से कट चुके हाथ  को दोबारा शरीर से जोड़ने के इस अद्भुत काम को कर डॉक्टरों ने सभी को हैरान कर दिया है। चलिए अब आपको बताते हैं क्या है पूरा मामला…

नई दिल्ली। लखनऊ में संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान के प्लास्टिक सर्जरी विभाग के चिकित्सकों ने एक ऐसा काम कर दिखाया है जिसे जानने के बाद आप भी उनकी तारीफ करने से खुद को नहीं रोक पाएंगे। बता दें, ये यहां चिकित्सकों ने एक 10 साल की बच्ची को दिव्यांग होने से बचा लिया। बच्ची के कंधे से कट चुके हाथ  को दोबारा शरीर से जोड़ने के इस अद्भुत काम को कर डॉक्टरों ने सभी को हैरान कर दिया है। चलिए अब आपको बताते हैं क्या है पूरा मामला…

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तेल निकालने की मशीन से कट गया था हाथ

बता दें, बच्ची निगोहां इलाके में रहने वाली है। 23 फरवरी को तेल निकालने की मशीन में अचानक हाथ फसने के बाद बच्ची का हाथ कंधे से कटकर अलग हो गया था। इसके बाद बच्ची के परिजन उस कटे हुए हाथ को पॉलिथीन में लेकर पीजीआई के एपेक्स ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। यहां संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान के प्लास्टिक सर्जरी विभाग के चिकित्सकों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए हाथ को जोड़ने का काम शुरू किया। प्लास्टिक सर्जरी और एनेस्थीसिया के डॉक्टर की टीम ने मिलकर इस ऑपरेशन को पूरा किया और करीब 4 घंटे की मेहनत के बाद हाथ को दोबारा बच्ची के शरीर से जोड़ दिया।

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इलाज के बाद बच्ची की सेहत समान्य

शरीर से जुड़ने के बाद बच्ची के हाथ में खून का प्रवाह पहले की तरह सामान्य हो गया है। नर्व रिकंस्ट्रक्शन और मांसपेशियों की छोटी सर्जरी के बाद हाथ की अंगुलियों में भी धीरे-धीरे गति सामान्य होने लगेगी। सफल ऑपरेशन के बाद बच्ची दिशा को प्लास्टिक सर्जरी वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ है।

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मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजय धीराज, ट्रामा सेंटर के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. राजेश हर्षवर्धन एवं निदेशक प्रो. आरके धीमान ने 10 साल की बच्ची के हुए इस सफल ऑपरेशन को लेकर कहा कि ये इलाज चिकित्सा की दुनिया में बड़ी उपलब्धि है। शरीर से अलग हो चुके अंग को इस तरह से शरीर में जोड़ना चमत्कार की तरह है।