
नई दिल्ली। एक तरफ जहां हाथरस कांड (Hathras Case) को लेकर एक के बाद एक कई बडे खुलासे हो रहे है। दूसरी ओर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Govt) मामले में लगातार कई ठोस कदम उठा रही है। इसी बीच हाथरस कांड के आरोपियों ने जेल से पुलिस अधीक्षक (एसपी) को चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में चारों आरोपियों ने अपने आपको बेकसूर बताया हैं। वहीं घटना के मुख्य आरोपी संदीप ने दावा किया है कि पीड़िता के साथ उसकी दोस्ती थी, जिससे उसका परिवार नाराज था। संदीप के मुताबिक, यह पूरा मामला ऑनर किलिंग का है। चिट्ठी में चारों आरोपियों के हस्ताक्षर और उनके अंगूठे के निशान भी हैं।
एसपी को भेजे गए चिट्ठी में संदीप ने कहा कि पीड़िता के साथ मेरी दोस्ती थी। मुलाकात के साथ मेरी कभी-कभी उससे फोन पर बात हो जाती थी। मेरी यह दोस्ती उसके घर वालों को पसंद न थी। घटना के दिन पीड़िता ने मुझे मिलने के लिए खेत में बुलाया था, जब मैं वहां गया तो पीड़िता के साथ उसकी मां और भाई मौजूद थे।
अपने चिट्ठी में आरोपी संदीप ने कहा कि पीड़िता के कहने पर मैं अपने घर चला गया। अपने पिता के साथ पशुओं को पानी पिला रहा था, तभी मुझे खबर मिली कि पीड़िता की मां और उसके भाई ने पिटाई की है। उसे गंभीर चोट आई थी। बाद में उसकी मौत हो गई। संदीप ने कहा कि मैंने कभी भी पीड़िता तो मारा नहीं है और न ही कोई गलत काम किया।
संदीप का कहना है कि इस मामले में हम निर्दोष हैं। मेरे रिश्तेदार रवि और शमू को भी फंसाया गया। साथ ही लवकुश का नाम भी डाला गया है. हम चारों निर्दोष हैं और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हैं। हाथरस जेल अधीक्षक ने चिट्ठी लिखे जाने की पुष्टि की है।