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Parliament Winter Session: लोकसभा में बोले हेल्थ मिनिस्टर मंडाविया, कोविड मामलों को देखते हुए सरकार अलर्ट पर

Parliament Winter Session: मनसुख मांडविया ने कहा, पिछले तीन सालों में कोरोनावायरस के बदलते प्रकृति ने वैश्विक स्वास्थ्य के लिए एक खतरा पैदा कर दिया है। जिसने लगभग हर देश को प्रभावित किया है। पिछले कई दिनों से कोरोना के नए मामलों में वृद्धि दर्ज की जा रही है। लेकिन पिछले एक सालों में भारत में कोविड के मामलों में सतत कमी दर्ज होती रही है। वर्तमान में प्रत्येक दिन औसतन 153 कोविड के नए केस पूरे देश में दर्ज हो रहे है।

नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र में लगातार हंगामा देखने  को मिल रहा है। दोनों ही सदनों में विपक्ष भारत-चीन सीमा विवाद पर चर्चा की मांग कर रहा है। वहीं इस मसले पर बहस नहीं होने के कारण बार-बार लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ रहा है। विपक्ष तवांग झड़प को लेकर चर्चा की मांग पर अड़ा हुआ है। लेकिन इसी बीच अब कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए आज संसद में पीएम मोदी समेत कई नेता मास्क लगाकार पहुंचे। वहीं कोरोना के ताजा हालात को लेकर हेल्थ मिनिस्टर मनसुख मांडवियाल लोकसभा में जबाव दिया है। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि, केंद्र सरकार कोविड मामलों को देखते हुए अलर्ट मोड पर है।

मनसुख मांडविया ने कहा, पिछले तीन सालों में कोरोनावायरस के बदलते प्रकृति ने वैश्विक स्वास्थ्य के लिए एक खतरा पैदा कर दिया है। जिसने लगभग हर देश को प्रभावित किया है। पिछले कई दिनों से कोरोना के नए मामलों में वृद्धि दर्ज की जा रही है। लेकिन पिछले एक सालों में भारत में कोविड के मामलों में सतत कमी दर्ज होती रही है। वर्तमान में प्रत्येक दिन औसतन 153 कोविड के नए केस पूरे देश में दर्ज हो रहे है। जिसके सामने पूरे दुनिया में प्रतिदिन 5.87 लाख कोविड के नए केस दर्ज हो रहे है। जापान, साउथ कोरिया, अमेरिका, फ्रांस, ग्रीस, इटली जैसे देशों में कोविड-19 के केसों में और कोरोना से मृत्यु की संख्या में सतत वृद्धि देखी जा रही है। पिछले कई दिनों से मीडिया में चीन में भी बड़ी तदाद में कोविड केसों और मृत्यों की खबरें छप रही है।

स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने बताया कि, ”हम वैश्विक कोविड स्थिति पर नजर रख रहे हैं और उसी के अनुसार कदम उठा रहे हैं। राज्यों को सलाह दी जा रही है कि वे कोविड-19 के नए वेरिएंट की समय पर पहचान करने के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग बढ़ाएं।” उन्होंने आने वाले तैयार और नए साल को ध्यान में रखते हुए राज्यो को सर्तक रहकर लोगों का मास्क पहनाना, हैंड सैनिटाइजर करना, रेस्पिरेटरी हाइजीन का ख्याल रखना और सामाजिक दूरी बनाए रखने की जागरुकता लानी चाहिए।