newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Road Rage Case: पटियाला जेल में नवजोत सिद्धू को मिली कैदी नंबर 241383 की पहचान, पहन रहे सफेद कपड़े, काम के बदले मिलेंगे इतने रुपए

सूत्रों के मुताबिक सिद्धू को बैरक नंबर 7 में रखा गया है। उन्हें जेल के सफेद कपड़े पहनने के लिए दिए गए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कठोर कारावास की सजा सुनाई है। ऐसे में नवजोत सिंह सिद्धू को जेल में काम भी करना होगा। उन्हें उम्र के मुताबिक काम दिया जा सकता है।

पटियाला। पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को रोड रेज के मामले में एक साल की सजा काटने के लिए जेल जाना पड़ा। 1988 के इस मामले में सिद्धू का घूंसा लगने से एक बुजुर्ग की मौत हो गई थी। पहले सिद्धू पर सुप्रीम कोर्ट ने 1000 रुपए का जुर्माना लगाया था। बाद में पीड़ित पक्ष ने फिर अपील की। जिसके बाद बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट ने सिद्धू को एक साल की सजा सुनाई थी। सिद्धू अब पटियाला जेल में सजा काट रहे हैं। उन्हें अब जेल में नवजोत सिंह सिद्धू की जगह कैदी नंबर 241383 की पहचान मिली है। इसी नंबर से उन्हें जेल में पुकारा जाएगा और गिनती में भी उन्हें शामिल होना होगा।

navjot-singh-sidhu

सूत्रों के मुताबिक सिद्धू को बैरक नंबर 7 में रखा गया है। उन्हें जेल के सफेद कपड़े पहनने के लिए दिए गए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कठोर कारावास की सजा सुनाई है। ऐसे में नवजोत सिंह सिद्धू को जेल में काम भी करना होगा। उन्हें उम्र के मुताबिक काम दिया जा सकता है। इसके लिए 30 से 90 रुपए रोज दिए जाएंगे। पहले 4 महीने तक सिद्धू को काम के बदले पैसा भी नहीं मिलेगा, क्योंकि वो अकुशल श्रमिक के तौर पर गिने जाएंगे।

सिद्धू की दिनचर्या सुबह 5 बजे से शाम 7 बजे तक होगी। हर रोज सुबह 5 बजे उन्हें जगना होगा। फिर सुबह 8 बजे के करीब नाश्ता दिया जाएगा। नाश्ते के बाद जेल में काम करना होगा। दोपहर में लंच मिलेगा। फिर काम के लिए जाना होगा। काम से लौटकर शाम की चाय मिलेगी। फिर शाम 7 बजे डिनर मिलेगा और उसके बाद बैरक में लौटना होगा। सिद्धू के वकील ने कोर्ट से कहा है कि उनके मुवक्किल को खास सुविधाएं नहीं चाहिए। कुछ दिन पहले उनकी सर्जरी हुई है। ऐसे में उनकी खुराक का ध्यान जेल में रखने का आग्रह वकील ने किया था।