नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में इस वक्त योगी सरकार है। योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने 19 मार्च 2017 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। इसके बाद बीते साल सीएम योगी राज्य में दोबारा बहुमत के साथ लौटे हैं। बीते साल 2022 में 25 मार्च को योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली है। लगातार दूसरी बार सत्ता वापसी करने के बाद योगी सरकार का अपराधियों और गलत काम करने वालों पर एक्शन तेज हो गया है। यूपी में अपराधियों के घरों पर एक ओर जहां बुल्डोजर कहर बनकर टूट रहा है। तो वहीं, अपराध करने वाले पुलिस की गोलियों का शिकार हो रहे हैं। योगी राज में पुलिस के इस एक्शन का खौफ अब अपराधियों के दिल में इस कदर बैठ गया है कि वो खुद-ब-खुब जेल पहुंचकर सरेंडर कर रहे हैं। अब योगी के यूपी (Uttar Pradesh) से ऐसा मामला सामने आया है जिसे देख आप अंदाजा लगा लेंगे कि बदमाशों में UP पुलिस का खौफ किस कदर है…
ताजा मामला उत्तर प्रदेश के हरदोई का है। यहां एक कैदी को जब पुलिस जेल से डायलिसिस के लिए मेडिकल कॉलेज लाए गए तो उसने जमकर बवाल काट दिया। कैदी के मन में एनकाउंटर का डर बैठा हुआ था। कैदी ने जिद ठान ली कि वो डायलिसिस के लिए नहीं जाएगा और न ही एंबुलेंस में बैठेगा। कैदी का कहना था कि पुलिस उसे ये लिखित में दे कि वो (पुलिस) उसे रास्ते में गोली नहीं मारेगी। कैदी ने यहां तक कहा है कि न जाने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस को किस तरह की जड़ी बूटी सुंधा दी है कि पुलिस अपराधियों के पैरों को गोली मारने के लिए निशाना बनाते हैं।
वहीं, जब काफी समय तक कैदी का ये हाई वोल्टेज ड्रामा खत्म नहीं हुआ तो उसे कोतवाली शहर पुलिस की जीप में बैठकर जिला कारागार चला गया। बाद में इस मामले में पुलिस ने जानकारी दी कि काफी समझाने के बाद कैदी डायलिसिस के लिए तैयार हुआ और उसे अब जेल भेज दिया गया है।
इस वजह से जेल में बंद है आरोपी
एनकाउंटर के डर से बवाल काटने वाले आरोपी पर आरोप है कि उसने अपनी पत्नी नाजरा बेगम पर साल 2014 में एसिड डाला दिया था। इस घटना में पीड़ित पत्नी घायल भी हो गई थी। पीड़िता की शिकायत पर ही आरोपी युवक को गिरफ्तार किया गया था लेकिन जमानत मिलने के बाद से ही वो फरार हो गया था। बाद में जब आरोपी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुआ तो एनकाउंटर के डर से आरोपी ने सरेंडर कर दिया था। अब कैदी अपने इस हाई वोल्टेज ड्रामा को लेकर चर्चा में आ गया है।