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हिमाचल : सुक्खू की कुर्सी पर फिर संकट के बादल?

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की कुर्सी पर एक बार फिर खतरा मंडरा रहा है। ताजा घटनाक्रम के अनुसार सुक्खू सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे विक्रमादित्य सिंह मुख्यमंत्री सुक्खू की बुलाई कैबिनेट बैठक को छोड़कर में पंचकूला चले गए और वहां पार्टी के 6बागी विधायकों से मुलाकाता भी की।

नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। राज्यसभा चुनाव के बाद से कांग्रेस की सुक्खू सरकार में शुरू हुआ सियासी संकट खत्म होने का नाम नही ले रहा। जहां एक ओर जहां कांग्रेस के केंद्रीय पर्यवेक्षक डीके शिवकुमार और भूपेंद्र सिंह हुड्डा पार्टी और सरकार में सब ठीक होने का दावा तो कर रहे हैं मगर मौजूदा स्थिति को देखते हुए संशय बना हुआ है। ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की कुर्सी पर एक बार फिर खतरा मंडरा रहा है। ताजा घटनाक्रम के अनुसार सुक्खू सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे विक्रमादित्य सिंह मुख्यमंत्री सुक्खू की बुलाई बैठक को छोड़कर में पंचकूला चले गए और वहां पार्टी के 6 बागी विधायकों से मुलाकात की।

ऐसी खबर है कि विक्रमादित्य सिंह सभी बागी विधायकों को साथ लेकर कांग्रेस हाई कमान से मुलाकात के लिए दिल्ली रवाना हो गए हैं। आपको बता दें कि विक्रमादित्य सिंह की मुख्यमंत्री सुक्खू से नाराजगीजगजाहिर है जिसके चलते उन्होंने कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा भी दे दिया था। हालांकि कांग्रेस के केंद्रीय पर्यवेक्षक डीके शिवकुमार और भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समझाने के बाद उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया था और तभी से ये कयास लगाए जा रहे थे कि फिलहाल सुक्खू सरकार में संकट टल गया है। दूसरी ओर विक्रमादित्य सिंह की मां और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह का एक टीवी इंटरव्यू  में ये कहना कि मुझे नहीं पता कल क्या होगा, कई सवाल खड़े करता है। प्रतिभा सिंह ने कहा कि विधायकों के निष्कासन पर जल्दबाजी की गई है। बता दें कि हिमाचल में यह सारा विवाद राज्यसभा चुनाव के दौरान  खड़ा हुआ जब कांग्रेस के 6 विधायकों ने पार्टी से बगावत करते हुए भाजपा के पक्ष में वोट कर दिया। इससे कांग्रेस प्रत्याशी अभिषेक मुन सिंघवी चुनाव हार गए। इसके बाद हिमाचल प्रदेश के विधानसभा अध्‍यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने छह कांग्रेस विधायकों की सदस्‍यता
रद्द कर दी।