धार। मध्य प्रदेश के धार स्थित भोजशाला को हासिल करने के लिए स्थानीय हिंदू अब सत्याग्रह कर रहे हैं। अखबार दैनिक जागरण के मुताबिक मंगलवार को सत्याग्रह के तहत भोजशाला में आसपास के हिंदू समुदाय के लोग जुटे। उन्होंने भोजशाला में हनुमान चालीसा का पाठ किया और वाग्देवी सरस्वती के चित्र की पूजा-अर्चना की। तय ये हुआ है कि 51 हफ्ते तक हर मंगलवार को धार जिले से हिंदू समुदाय के लोग भोजशाला आएंगे और यहां सत्याग्रह का क्रम जारी रखेंगे। इससे पहले धार शहर के लोग ही भोजशाला आकर हर मंगलवार को पूजा-पाठ करते रहे हैं। इस तरह भोजशाला के लिए बड़ा आंदोलन शुरू होता दिख रहा है।
भोजशाला में सत्याग्रह के लिए महाराजा भोज स्मृति बसंत उत्सव समिति ने अब तय किया है कि पूरे वर्ष तक अभियान चलेगा। भोजशाला को हिंदू समुदाय के लिए हासिल करने के वास्ते कोर्ट में भी जंग चल रही है। हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस ने मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर बेंच में अर्जी दाखिल कर भोजशाला हिंदुओं को सौंपे जाने की अपील की है। हिंदू संगठन की इस अर्जी पर हाईकोर्ट की बेंच ने 2024 में एएसआई से भोजशाला का सर्वे भी कराया था। एएसआई ने 90 दिन तक भोजशाला का सर्वे करने के बाद हाईकोर्ट में रिपोर्ट दाखिल भी कर दी है। वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने तय किया है कि अब भोजशाला और अन्य विवादित धार्मिक स्थलों से जुड़ी याचिकाओं पर वो एक साथ सुनवाई करेगा।
भोजशाला के बारे में हिंदू पक्ष का दावा है कि महाराज भोज ने देवी सरस्वती के लिए यहां मंदिर बनवाया था। हिंदू पक्ष का दावा है कि यहां एक विद्यालय भी महाराज भोज ने बनवाया था। मुस्लिम आक्रांताओं ने भोजशाला पर कब्जा कर उसे मस्जिद का रूप दे दिया। वहीं, मुस्लिम पक्ष भोजशाला को कमाल मौला मस्जिद बताता है। हर मंगलवार को भोजशाला में हिंदू पक्ष को पूजा करने और शुक्रवार को मुस्लिमों को नमाज पढ़ने की मंजूरी पहले से मिली हुई है। अब हिंदू पक्ष की तरफ से सत्याग्रह को और तेज करने के फैसले से भोजशाला के मसले पर माहौल और गर्मा सकता है।