नई दिल्ली। ऑक्सफैम इंडिया को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। ऑक्सफैम इंडिया पर गुरुवार को गृह मंत्रालय ने बड़ा एक्शन लिया है। दरअसल MHA ने ऑक्सफैम इंडिया कंपनी की CBI जांच के निर्देश भी दिए है। बता दें कि ऑक्सफैम इंडिया को FCRA के मामले में उल्लंघन पाया गया है। ऑक्सफैम इंडिया ने सामाजिक गतिविधियों के नाम पर विदेशी फंड आया था जिसमें इस संस्था को दुरुपयोग करते हुए पाया गया है। जो कि एफसीआरए के नियमों के खिलाफ पाया गया है और उसी आधार पर पहले ऑक्सफैम इंडिया का लाइसेंस सस्पेंड किया गया था। गृहमंत्री अमित शाह खुद इस मामले को लेकर गंभीर है। क्योंकि विदेशों से समाज सेवा के नाम पर पैसे आते है उसका दुरुपयोग भारत विरोधी गतिविधियों में होता है। सरकार उसको लेकर पहले से गंभीर है।
बता दें कि होम मिनस्ट्री ने पाया कि ऑक्सफैम इंडिया ने फॉरेन कंट्रीब्यूशन एक्ट 2020 का लगातार उल्लंघन किया। इतना ही नहीं ऑक्सफैम इंडिया ने ऐसे एनजीओं के खातों में पैसे ट्रांसफर किए है जिनके पहले से ही FCRA रद्द किए जा चुके हैं। इतना ही नहीं कही छोटी एजेंसियों के माध्यम से पैसों को डायवर्ट कर दिया गया। ऐसे में पाया गया कि जिस मकसद से पैसे विदेशों से मिले थे उसका उल्लंघन पाया गया था।
Union Ministry of Home Affairs has recommended a CBI probe against Oxfam India for alleged violation of Foreign Contribution (Regulation) Act 2010: Sources
Oxfam India was registered under the Foreign Contribution (Regulation) Act 2010 (FCRA, 2010) for undertaking “Social”…
— ANI (@ANI) April 6, 2023
आपको बता दें कि ऑक्सफैम इंडिया NGO है। ध्यान रहे कि यह संगठन अपने एसोसिएट्स और कर्मचारियों के माध्यम से सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च (सीपीआर) को कमीशन के रूप में फंड ट्रांसफर करता है। MHA के मुताबिक, ऑक्सफैम इंडिया ने फाइनेंशियल ईयर में सीपीआर को 12,71,188 रुपये का भुगतान किया है।
बता दें कि इससे पहले होम मिनिस्ट्री ने पूर्व IAS अधिकारी व सामाजिक कार्यकर्ता हर्ष मंदर के एनजीओ के खिलाफ सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। हर्ष मंदर को सोनिया गांधी का करीबी भी बोला जाता है। उन पर भी FCRA कानून के तहत विदेशी फंड का दुरुपयोग करना का आरोप लगा था।