नई दिल्ली। दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल एक के बाद एक कई लुभावनी घोषणाएं कर हर वर्ग को साधने में लगे हैं। अरविंद केजरीवाल ने अब दिल्ली के दलित छात्रों के लिए ‘आंबेडकर स्कॉलरशिप’ का ऐलान किया है। केजरीवाल ने कहा कि दलित समाज का कोई भी बच्चा इस योजना के तहत दुनिया के किसी भी कॉलेज या यूनिवर्सिटी में शिक्षा ग्रहण कर सकेगा। वहीं बीजेपी ने केजरीवाल से सवाल करते हुए पूछा कि 2019 में भी ऐसी ही योजना की घोषणा की थी, आज तक कितने दलित स्टूडेंट्स को विदेश भेजा?
चुनाव से पहले – हर रोज उठो नई घोषणा करो, फिर सो जाओ।
चुनाव के बाद – सभी घोषणाओं को भूल जाओ और शराब घोटाले में लग जाओ।
वैसे इस योजना की घोषणा उन्होंने 2019 में की थी। बड़ा प्रचार करवाया था लेकिन आज तक कितने दलित छात्रों को पढ़ने के लिए विदेश भेजा, उसकी किसी को भी जानकारी नहीं… https://t.co/ObYvOXh21D pic.twitter.com/ckKSoAreL2
— Amit Malviya (@amitmalviya) December 21, 2024
बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने आम आदमी पार्टी के द्वारा 2019 में ऐसी ही एक योजना के बारे में अखबार में दिए गए एक विज्ञापन को अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर पोस्ट किया। मालवीय ने इस विज्ञापन के जरिए अरविंद केजरीवाल को घेरते हुए लिखा, चुनाव से पहले-हर रोज उठो नई घोषणा करो, फिर सो जाओ। चुनाव के बाद-सभी घोषणाओं को भूल जाओ और शराब घोटाले में लग जाओ। वैसे इस योजना की घोषणा अरविंद केजरीवाल ने 2019 में की थी। बड़ा प्रचार करवाया था लेकिन आज तक कितने दलित छात्रों को पढ़ने के लिए विदेश भेजा, उसकी किसी को भी जानकारी नहीं है।
अमित मालवीय ने बताया कि दलित छात्रों के लिए छात्रवृत्ति और विदेश में पढ़ने के लिए आर्थिक सहायता की योजना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की सरकार पिछले दस वर्षों से चला रही है। आपको बता दें कि अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में दिल्ली के ऑटोवालों का 10 लाख का बीमा कराने का ऐलान किया था। इसके बाद उन्होंने महिलाओं को 2100 रुपए की धनराशि हर महीने देने की घोषणा की। 60 साल से ऊपर के बुजुर्गों के लिए उन्होंने संजीवनी योजना के तहत मुफ्त इलाज का वादा किया। इसके तहत सरकार इलाज का पूरा खर्च वहन करेगी।