नई दिल्ली। देश में कोरोनावायरस (Coronavirus) का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। भारत में कोरोना से 31 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं वहीं, अब तक 57 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय (Oxford University) के अनुसंधाकर्ताओं द्वारा विकसित संभावित कोरोनावायरस टीके (Coronavirus Vaccine) की खुराक मानव पर दूसरे चरण (Second Trial) के परीक्षण के लिए मंगलवार को यहां भारती विद्यापीठ मेडिकल कॉलेज (Bharti Vidyapeeth Medical College) में पहुंची। यह जानकारी एक अधिकारी ने दी। संस्थान के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि परीक्षण बुधवार से शुरू हो सकता है। यह संस्थान सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) द्वारा भारत में मानव पर परीक्षण के लिए चुने गए 17 संस्थानों में से एक है।
भारती विद्यापीठ के मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र के चिकित्सा निदेशक डॉ. संजय लालवानी ने कहा, ‘‘शुरुआत करने के लिए हमने पांच स्वयंसेवकों की पहचान की है, जिनकी कोविड-19 (Covid-19) और एंटीबॉडी (Antibodies) जांच की जाएगी और जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आएगी उन्हें बुधवार को टीकाकरण के लिए चुना जाएगा।’’
अस्पताल के उप चिकित्सा निदेशक डॉ. जीतेन्द्र ओसवाल ने कहा कि वे टीके लगाए जाने के बाद स्वयंसेवकों की निगरानी मानक परीक्षण प्रोटोकॉल के अनुसार करेंगे। जिन अन्य अस्पतालों में परीक्षण किया जाना है उनमें पुणे स्थित बी जे मेडिकल कॉलेज अस्पताल, एम्स दिल्ली, पटना में राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेस, चंडीगढ़ में पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, गोरखपुर में नेहरू अस्पताल और विशाखापट्टनम में आंध्र मेडिकल कॉलेज शामिल हैं।
उधर, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने दो दिन पहले कहा कि नोवल कोरोनावायरस के खिलाफ भारत का पहला टीका इस साल के अंत तक उपलब्ध हो सकता है। डॉ. हर्षवर्धन ने दिल्ली के नजदीक गाजियाबाद में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के 10 बिस्तरों के अस्थायी अस्पताल का उद्घाटन करते हुए कहा, ‘हमारे COVID-19 वैक्सीन उम्मीदवारों में से एक क्लिनिकल ट्रायल के तीसरे चरण में है। हमें पूरा विश्वास है कि इस साल के अंत तक एक वैक्सीन विकसित हो जाएगी।’