नई दिल्ली। विदेश में भारतीय लोकतांत्रिक प्रणाली की निंदा करने के मामले में बीजेपी लगातार राहुल गांधी से माफी की मांग कर रही है। बीजेपी का स्पष्ट कहना है कि राहुल को किसी भी कीमत पर माफी मांगनी ही होगी। लेकिन, आपको बता दें कि पहले तो कांग्रेस ने इस पर अपना रुख स्पष्ट कर कहा था कि राहुल माफी नहीं मांगेंगे। चाहे कुछ भी हो जाए। कांग्रेस ने राहुल के बचाव में दलील देकर कहा था कि उन्होंने विदेशी धरा पर भारतीय लोकतंत्र का अपमान नहीं किया है, उन्होंने वहां वही कहा है, जो वो भारत में कहते रहते हैं, लेकिन अब आपको बता दें कि इस पर पूरे मसले पर खुद राहुल गांधी ने भी माफी नहीं मांगने की बात कही है।
राहुल गांधी ने संसद सदस्यता जाने के बाद आज पार्टी मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस किया। उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने दो टूक कह दिया कि चाहे कुछ भी हो जाए, वो लोकतंत्र को बचाने के लिए लड़ते रहेंगे। वे सरकार के तानाशाही रवैये के आगे नहीं झुकेंगे। उधर, राहुल गांधी से जब विदेशी में दिए अपने बयान को लेकर माफी मांगने पर सवाल किया गया, तो उन्होंने वीर सावरकर का हवाला देकर कहा कि,’मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है और गांधी किसी से माफी नहीं मांगता’।
#WATCH मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है। गांधी किसी से माफी नहीं मांगता: कांग्रेस नेता राहुल गांधी pic.twitter.com/2IdoDVmbsC
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 25, 2023
राहुल ने आगे कहा कि, ‘मैंने तो सिर्फ संसद में बोलने की इजाजत मांगी थी, लेकिन मुझे बोलने की इजाजत नहीं दी गई’। यही नहीं, मैंने लोकसभा स्पीकर को भी पत्र लिखकर संसद में बोलने की इजाजत मांगी थी, लेकिन मुझे अनुमति नहीं दी गई और वो मुस्कुराने लगे और कहते हैं कि मैं कुछ नहीं कर सकता हूं। अब आप नहीं कर सकते हैं, तो कौन कर सकता है। शायद अब मुझे मोदी जी से जाकर पूछना पड़ेगा। अब वो तो मुझे बोलने नहीं देंगे’। बता दें कि राहुल ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मुख्तलिफ मुद्दों को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर हमला। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी । बहरहाल , इस पूरे प्रकरण में राहुल और कांग्रेस पार्टी क्या कुछ कदम उठाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।