
लखनऊ। आजकल ये चर्चा तेज है कि नरेंद्र मोदी के बाद बीजेपी की तरफ से पीएम पद का उत्तराधिकारी कौन होगा? पीएम पद के उत्तराधिकारी के लिए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का नाम पहले भी लोग लेेते रहे हैं और अब भी ले रहे हैं। अब सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीएम पद के उत्तराधिकार पर अपनी राय खुलकर जाहिर की है। यूपी के सीएम ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत में साफ कहा कि वो दिल से योगी हैं और राजनीति उनका पूर्णकालिक व्यवसाय नहीं है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वो यूपी की जनता की सेवा करने के लिए हैं और हमेशा के लिए सियासत में नहीं आए हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बीजेपी ने जो जिम्मेदारी दी है, उसे वो निभा रहे हैं। उन्होंने ये भी कहा कि राजनीति में कब तक रहेंगे, उसकी भी समय सीमा है। योगी ने पीएम पद का उत्तराधिकारी होने या दावेदारी करने का भी खंडन किया है। यूपी के सीएम योगी ने ये भी कहा कि राजनीति में धर्म के मिलन को वो गलत नहीं मानते। योगी ने कहा कि ये हमारी गलती है कि राजनीति को कुछ लोगों के लिए छोड़ देते हैं और धर्म को कुछ जगह के लिए सीमित कर देते हैं। उन्होंने कहा कि इससे समस्या पैदा होती है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राजनीति का उद्देश्य अपने स्वार्थ को पूरा करना नहीं, बल्कि समाज की भलाई करना है। उन्होंने कहा कि स्वार्थ के लिए धर्म के प्रयोग से मुश्किल होती है। वहीं, परमार्थ के उद्देश्य से धर्म तरक्की के रास्ते खोलता है।
दरअसल, पीएम नरेंद्र मोदी के पद के उत्तराधिकारी की चर्चा 30 मार्च से तेज हुई है। उस तारीख को पीएम मोदी नागपुर में आरएसएस के दफ्तर गए थे। इस पर उद्धव ठाकरे की शिवसेना गुट के नेता संजय राउत ने भी बयान दिया था। संजय राउत ने कहा था कि अगला पीएम महाराष्ट्र से बनेगा। इस पर महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि हमारी संस्कृति है कि पिता के जीवित रहते उत्तराधिकारी की बात नहीं की जाती। फडणवीस ने ये भी कहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी ही देश का नेतृत्व करेंगे।