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Mamata Banerjee: ‘मैं कांग्रेस का खुलकर समर्थन करूंगी, लेकिन…’,ममता के इस बयान से सियासी सरगर्मी तेज

Mamata Banerjee: ममता उपरोक्त वक्तव्य ऐसे वक्त में दिया है कि कर्नाटक में कांग्रेस ने शानदार सफलता हासिल की। पार्टी ने प्रदेश की 224 सीटों में से 135 सीटों पर जीत का पताका फहराया है। वही बीजेपी की अगर बात करें तो पार्टी ने महज 65 सीटों पर ही सिमटकर रह गई।

नई दिल्ली। कांग्रेस ने कर्नाटक फतह क्या कर ली ममता दीदी के तो सुर ही बदल गए। कल तक कांग्रेस को उपेक्षित करने वाली दीदी अब कांग्रेस को साष्टांग प्रणाम करने की मुद्रा में नजर आ रही हैं। कल तक सपा के साथ मिलकर तीसरा मोर्चा बनाकर विपक्षी एकता में सेंध लगाने वाली दीदी ने आज खुलकर यह कहने में गुरेज नहीं किया कि वह कांग्रेस को सपोर्ट करने के लिए तैयार हैं, लेकिन शर्त यह है कि कांग्रेस उन्हें पश्चिम बंगाल में सपोर्ट करे। ममता ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव के आलोक में कांग्रेस उन्हें पश्चिम बंगाल में सपोर्ट करें, तो वो उसे केंद्र में सपोर्ट करेगी। इसके अलावा ममता ने यह भी कहा कि वह पश्चिम बंगाल के उन इलाकों में भी कांग्रेस को सपोर्ट करेंगी, जहां वो मजबूत है। ममता ने एक बार फिर दोहराया कि हम सभी का मुख्य ध्येय आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी के विजयी रथ को रोकना है।

ध्यान दें कि ममता ने उपरोक्त वक्तव्य ऐसे वक्त में दिया है कि कर्नाटक में कांग्रेस ने शानदार सफलता हासिल की। पार्टी ने प्रदेश की 224 सीटों में से 135 सीटों पर जीत का पताका फहराया है। वहीं बीजेपी की अगर बात करें तो पार्टी महज 65 सीटों पर ही सिमटकर रह गई। कर्नाटक में मिली अपार सफलता से पार्टी में उत्साह और उमंग का माहौल है, लेकिन मुख्यमंत्री को लेकर पेंच अभी-भी फंसा हुआ है। मुख्यमंत्री की रेस में सिद्धारामैया और डीके शिवकुमार का नाम शामिल है। अब ऐसे में दोनों से शीर्ष नेतृत्व किसके नाम पर सहमति की मुहर लगाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

CM Mamta Banerjee

कर्नाटक में कांग्रेस को मिली सफलता के आलोक में ममता बनर्जी ने बयान जारी कर बीजेपी पर निशाना साधा था। ममता ने यह विश्वास जताया था कि कर्नाटक की तरह बीजेपी को लोकसभा चुनाव में भी हार का मुंह देखना पड़ेगा। गौर करने वाली बात है कि इससे पहले ममता बनर्जी हमेशा ही कांग्रेस को इग्नोर करती हुई आई है, लेकिन अब जिस तरह दीदी ने कांग्रेस को अटेंशन दिया है, उसके कई मायने निकाले जा जा रहे हैं। बहरहाल, अब आगामी दिनों में लोकसभा चुनाव के आलोक में विपक्षी एकता की सूरत कैसी रहती है। इस पर सभी की नजरें बनी रहेंगी।