नई दिल्ली। नाम विक्रम हरिजन…पेशा प्रोफेसर यानी की बच्चों को पढ़ाना, लेकिन ना जाने क्यों पिछले कुछ दिनों से जनाब बच्चों को पढ़ाने में कम और विवादित बयान देने में कुछ ज्यादा इंट्रस्ट लेने लगे हैं। बार-बार फटकार खाने के बाद भी साहब अपनी फितरत से बाज नहीं आ रहे हैं। एक मर्तबा तो इन्होंने हिंदू धर्म को ही नेस्तनाबूद करने की कसम खा ली थी और लोगों को हिदायत भी दे दी थी कि किसी भी व्यक्ति को कोई भी मजहबी किबात पढ़ने की जरूरत नहीं है।
तो इनका नाम और पेशा तो हम आपको बता ही चुके हैं। अब जरा इनके लेटेस्ट कारनामे के बारे में भी जान लीजिए। जनाब को पता नहीं आज सुबह-सुबह क्या हो गया। बीवी से झगड़ा हुआ या मूड खराब था। ये तो पता नहीं, लेकिन आज सुबह जिसकी भी नजर इनके ट्वीट पर पड़ी। उसका मूड जरूर खराब हो गया। साहब ने तो ना आव देखा ना ताव। सीधा भगवान राम और भगवान कृष्ण के बारे में अनाप-शनाप लिख दिया। अब उस पर जिसकी भी नजर जा रही है, तो वो प्रोफेसर के खिलाफ अपना रोष जाहिर कर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहा है।
आपको बता दें कि प्रोफेसर ने कहा कि, ‘यदि आज प्रभु श्री राम होते, तो ऋषि शम्भुक का वध करने के लिए उनको मैं आईपीसी की धारा 302 के तहत जेल भेजता और श्री कृष्ण होते, तो महिलाओं के साथ सेक्सुअल हैरेसमेंट करने के लिए उनको भी जेल भेजता ?? तो ये प्रोफेसर साहब की अपनी निजी राय हो सकती है, जो कि अभी सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है। हर कोई इस पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहा है। अधिकांश लोग अपना रोष ही जाहिर कर रहे हैं।
Is it merely a coincidence or experiment that most of the people who were part of the Bharat Jodo Yatra or whom @RahulGandhi met are either anti-Hindu, anti-India, or criminals?
Look at the views of Prof. Vikram, which are filled with Hindu hatred and the degradation of Hindu… pic.twitter.com/sxDwVeIWgp
— Vishnu Vardhan Reddy (@SVishnuReddy) October 23, 2023
खैर, आगे आपको इन जनाब के बारे में तफसील से सबकुछ बताएंगे, लेकिन उससे पहले आप यह जान लीजिए कि यह कोई पहला मौका नहीं है कि जब इन्होंने इस तरह का बेहुदा बयान दिया हो, बल्कि इससे पहले भी वो इस तरह के विवादित बयान दे चुके हैं। सनद रहे कि इससे पहले उन्होंने एक कार्यक्रम को संबोधित करने के क्रम में हिंदू धर्म के बारे में अनाप-शनाप बोल दिया था और इसके अलावा इन्होंने लोगों को धार्मिक पुस्तकें भी नहीं पढ़ने का भी सुझाव दिया। इनका मानना है कि धर्म समाज में विभाजन पैदा करता है और अगर इस विभाजन पर विराम लगाना है, तो धर्म को विस्तारित होने से रोकना होगा। खैर, ये साहब की अपनी निजी सोच हो सकती है, लेकिन जैसे ही इन्होंने अपनी इस सोच को सोशल मीडिया पर जाहिर किया, तो लोगों का गुस्सा उनके खिलाफ़ भड़क उठा। आइए, आगे आपको कुछ ऐसी ही आक्रोशित प्रतिक्रियाओं के बारे में विस्तार से बताते हैं।
इस बीच यहां गौर करने वाली बात है कि यह प्रोफेसर विक्रम हरिजन कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भी शामिल हो चुके हैं, जिसकी तस्वीरों ने अभी सोशल मीडिया पर जमकर बवाल काटा हुआ है। बता दें कि प्रोफेसर ने खुद राहुल गांधी से मुलाकात और भारत जोड़ो यात्रा के संदर्भ में तस्वीरें साझा की है, जिसमें उन्होंने कहा कि आज कल भारत जोड़ो की चर्चा बहुत हो रही हैं। मैं भी राहुल जी से बागपत में मिला था। सर ने पूछा था की कांग्रेस में क्या खामियां हैं, मेरी कम्युनिटी के बारे मे पूछा,बहन मायावती के राजनीत के बारे में, भारत जोड़ो यात्रा के ग्राउंड पर प्रभाव. आज क्या मोदी साहेब ऐसा सवाल कर सकते हैं????
वहीं, प्रोफेसर के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 A, 295 A और IT एक्ट की धारा 66 के तहत केस दर्ज किया गया है। चौतरफा प्रोफेसर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है। अब ऐसे में आगामी दिनों में प्रोफेसर के खिलाफ क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।