नई दिल्ली। सरकार ने ऑल इंडिया इमाम ऑर्गेनाइजेशन के चीफ उमर अहमद इलियासी को वाई श्रेणी की सुरक्षा दी है। इलियासी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ RSS के प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात के बाद उनको राष्ट्रपिता और राष्ट्रऋषि बताया था। जिसके बाद उनको जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं। इमाम इलियासी ने वाई श्रेणी सुरक्षा मिलने पर मोदी सरकार का आभार जताया है। इलियासी के मुताबिक ब्रिटेन के फोन नंबरों से उनको कॉल कर धमकियां दी जा रही थी। मोहन भागवत ने पिछले महीने इलियासी से उनके घर जाकर मुलाकात की थी। भागवत ने तब शांति और देश में सद्भावना कायम करने के लिए उठाए जाने वाले कदमों के बारे में चर्चा की थी।
भागवत के साथ इलियासी से मुलाकात करने वालों में आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारी कृष्णगोपाल, रामलाल और इंद्रेश कुमार भी थे। इलियासी ने बाद में मीडिया से कहा था कि ये बैठक नितांत निजी थी। भागवत जी राष्ट्रपिता और राष्ट्रऋषि हैं। वो मेरे घर आए, ये सम्मान की बात है। वहीं, बैठक के बारे में आरएसएस की तरफ से कहा गया था कि संगठन लगातार उमर अहमद इलियासी से बातचीत करता रहता है। उनके पिता से भी आरएसएस के पूर्व प्रमुख कुप्प सी. सुदर्शन ने मुलाकात की थी। लोगों से मिलना आरएसएस के दैनिक काम का हिस्सा है।
इसी मुलाकात के बाद इलियासी को धमकियां मिलनी शुरू हुई थीं। इसकी जानकारी उन्होंने पुलिस के अलावा मीडिया को भी दी थी। सूत्रों के मुताबिक खुफिया एजेंसियों से सरकार को जानकारी मिली थी कि इलियासी पर हमला हो सकता है। इसके बाद खतरे को देखते हुए उनको वाई श्रेणी की सुरक्षा देने का फैसला गृह मंत्रालय ने किया।