नई दिल्ली। देश में बीते कई समय से ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जो कि धर्मों के बीच विवाद खड़े कर रहे हैं। अभी कुछ समय पहले ही देश में एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म काली के एक पोस्टर को लेकर बवाल देखने को मिल रहा था। सोशल मीडिया पर सामने आए इस पोस्टर में मां काली को धूम्रपान करते हुए दिखाया गया था साथ ही मां काली के एक हाथ में एलजीबीटीक्यू का झंडा भी नजर आ रहा था। इस पोस्टर को लेकर फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलाई के खिलाफ दिल्ली, यूपी और मुंबई जैसे राज्यों में एफआईआर भी दर्ज कराई जा चुकी है। इसके अलावा दिल्ली कोर्ट ने भी फिल्ममेकर के खिलाफ समन (यानी पेश होने के लिए बुलावा) भेजा गया था।
अब एक बार फिर हिंदू देवी-देवताओं के अपमान का मामला प्रकाश में आया है। कानपुर में मैगजीन “द वीक” के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को भड़काने के आरोप में FIR दर्ज कराई गई है। मैगजीन के खिलाफ भाजपा नेता प्रकाश शर्मा ने कोतवाली में तहरीर दी है। अपनी तहरीर में भाजपा नेता प्रकाश शर्मा ने लिखा है कि मैगजीन ने भगवान शिव और मां काली की आपत्तिजनक फोटो छापी है। जिससे की हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचा है। कोतवाली एसएचओ अरुण कुमार तिवारी का इस मामले में कहा है कि मुकदमा दर्ज किया गया है और इसकी जांच की जा रही है।
“मैगजीन के खिलाफ कार्रवाई की जाए”
एक समाचार पत्र से बात करते हुए भाजपा नेता प्रकाश शर्मा ने कहा, “30 जुलाई को वह दिल्ली से कानपुर लौटे थे। सेंट्रल स्टेशन के एक बुक स्टॉल से 24 जुलाई को प्रकाशित हुई द वीक मैगजीन खरीदी। मैगजीन के 62 व 63 पेज पर भगवान शिव व मां काली की आपत्तिजनक फोटो छपी हुई थी। ऐसी तस्वीरें हिंदुओं की भावनाएं को ठेस पहुंचाती हैं।”
इसके आगे भाजपा नेता प्रकाश शर्मा ने कहा, “मैं चाहता हूं कि जो भी देश में सेंसर बोर्ड बना हो। वह इन मैगजीन को बैन करे और ऐसी चीजों पर रोक लगाए। मेरी प्रशासन और शासन से ये मांग है कि इस मैगजीन के खिलाफ कार्रवाई की जाए।” प्रकाश शर्मा ने कहा, “ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। जब किसी ने हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ या उनकी आपत्तिजनक फोटो छापी हो या लेख लिखा हो। सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स में हिंदू धर्म या उससे जुड़े देवी-देवताओं का मजाक बनाया जा रहा हो। लेकिन इसके लिए सरकार और पुलिस कोई भी कदम नहीं उठा रही है।”
आपको बता दें, “द वीक” ने 24 जुलाई को अंक छापा है जिसमें कवर स्टोरी “द पॉवर ऑफ काली” नाम से है। जिस “द वीक” मैगजीन को लेकर बवाल हो रहा है वो केरल के मलयालम मनोरमा ग्रुप की है। अब देखना होगा कि इस मामले पर अब आगे क्या कार्यवाही होती है।