newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Lok Sabha Election Bihar : बिहार में इंडी गठबंधन का नया दांव, चिराग पासवान को दिया इतनी सीटों का ऑफर

Lok Sabha Election Bihar: नीतीश कुमार और चिराग पासवान के बीच तल्खी जगजाहिर है। ऐसे में जब से नीतीश एक बार फिर पाला बदलते हुए एनडीए में शामिल हुए हैं तभी से चिराग पासवान कुछ असहज महसूस कर रहे हैं। इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि चिराग पासवान इंडी गठबंधन के इस ऑफर पर विचार कर रहे हैं। हालांकि अभी तक लोजपा रामविलास की तरफ से इस मुद्दे पर कोई भी आधिकारिक बयान नहीं दिया गया, लेकिन पार्टी के अंदर इसे लेकर मंथन जारी है।

नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार में राजनीतिक दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर चर्चा जारी है। इस बीच मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इंडी गठबंधन ने एक नया दांव चलते हुए एनडीए में शामिल चिराग पासवान को अपने पाले में लाने की कवायद शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार महागठबंधन की ओर से चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को बिहार में आठ और उत्तर प्रदेश में दो लोकसभा सीटों का ऑफर दिया गया है।

नीतीश कुमार और चिराग पासवान के बीच तल्खी जगजाहिर है। ऐसे में जब से नीतीश एक बार फिर पाला बदलते हुए एनडीए में शामिल हुए हैं तभी से चिराग पासवान कुछ असहज महसूस कर रहे हैं। इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि चिराग पासवान इंडी गठबंधन के इस ऑफर पर विचार कर रहे हैं। हालांकि अभी तक लोजपा रामविलास की तरफ से इस मुद्दे पर कोई भी आधिकारिक बयान नहीं दिया गया, लेकिन पार्टी के अंदर इसे लेकर मंथन जारी है। महागठबंधन का यह प्रस्ताव चिराग पासवान के लिए उस लिहाज से काफी फायदेमंद साबित हो सकता है, क्योंकि एनडीए की ओर से उन्हें बिहार में केवल छह लोकसभा सीटों की पेशकश की जा रही है। हालांकि उनके लिए यह शर्त भी है कि इन सीटों को उन्हें अपने और चाचा पशुपति पारस के बीच बांटना होगा। जबकि पशुपति पारस के साथ चिराग के अच्छे संबंध नहीं हैं।

आपको बता दें कि रामविलास पासवान की मृत्यु के बाद लोक जनशक्ति पार्टी दो धड़ों में बंट गई थी। चिराग खुद को रामविलास पासवान का असली उत्तराधिकारी बताते हैं। वो लगातार कह रहे हैं कि इस बार भी लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी उन्हें उतनी ही सीट दे, जितनी पिछली बार लोजपा को मिली थी। इसके अलावा वो हाजीपुर सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं, जबकि उनके चाचा पशुपति पारस हाजीपुर सीट से मौजूदा सांसद हैं। पशुपति पारस का कहना है कि चिराग संपत्ति के उत्तराधिकारी हो सकते हैं, लेकिन राजनीतिक तौर पर मैं ही रामविलास पासवान का असली उत्तराधिकारी हूं। हाजीपुर दिवंगत रामविलास पासवान की कर्मभूमि और निर्वाचन क्षेत्र रहा है।