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लद्दाख में PLA जवानों से इतनी ऊंचाई पर बैठ गए भारतीय सेना के जवान, 9 चीनी जवानों पर 1 है भारी

India China Standoff: भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव लगातार बना हुआ है। लद्दाख में कई जगह ऐसी हैं जहां भारत और चीन की सेनाएं बिल्कुल आमने-सामने मौजूद हैं।

नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव लगातार बना हुआ है। लद्दाख में कई जगह ऐसी हैं जहां भारत और चीन की सेनाएं बिल्कुल आमने-सामने मौजूद हैं। हालांकि भारतीय सेना (Indian Army) इतनी ऊंचाई पर मौजूद है कि किसी भी मुठभेड़ की स्थिति में चीन की सेना (PLA) को भारी खामियाजा उठाना पड़ सकता है।

India China army

भारत और चीन के बीच पैंगोंग लेक के पास हुई मुठभेड़ के बाद से ही उच्चस्तरीय बैठकें जारी हैं। हालांकि कई रिपोर्ट्स से पता चला है कि लद्दाख के कई ऐसे इलाके हैं जहां भारत और चीन की सेना एकदम आमने-सामने है और तनावपूर्ण स्थिति अभी भी बनी हुई है। हालांकि भारतीय सेना काफी ऊंचाई पर है और इसका उन्हें लड़ाई में काफी फायदा मिल सकता है।

indian Army China inda

इसमें कहा गया है कि भारत सियाचिन ग्लेशियर में 1984 में 6,700 मीटर की ऊंचाई पर सैन्य ऑपरेशन कर चुका है। सियाचिन दुनिया का सबसे ऊंचा जंगी मैदान है। मौजूदा तनाव 5,000 मीटर चुशुल में है। ऐसे में चीनी सेना का ये मानना कि भारतीय सेना दुर्गम इलाकों में लड़ने के लिए सक्षम नहीं है उसे भारी पड़ सकता है।

Indian Army celebrates at Siachen Glacier1

एक्सपर्ट्स के मुताबिक इतनी ऊंचाई पर दुश्मन के सामने से हमला करना घातक होता है। इतनी ऊंचाई पर चढ़ना भी मुश्किल होता है क्योंकि सांस लेने में दिक्कत होती है और सामान भारी होता है। अखबार ने भारत के रिटायर्ड ब्रिगेडियर दीपक सिन्हा के हवाला देते हुए लिखा है, अगर आपको हमला करना हो तो आपको ऊंचाई पर बैठे एक इंसान का सामना करने के लिए 9 सैनिकों की जरूरत होती है।