
नई दिल्ली। भारत ने जम्मू-कश्मीर में चिनाब नदी का पानी बगलिहार बांध पर रोक दिया है। इसके साथ ही झेलम नदी पर बने किशनगंगा बांध से भी पानी रोकने की योजना बना रहा है। अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया ने सूत्रों के हवाले से ये खबर दी है। बगलिहार बांध जम्मू के रामबन में है। जबकि, किशनगंगा बांध उत्तरी कश्मीर में है। दोनों बांधों को बंद करने से पाकिस्तान को पानी की बड़ी किल्लत होने वाली है। बगलिहार बांध पर पाकिस्तान पहले ही सवाल उठा चुका है और विश्व बैंक से मध्यस्थता करने को कहा था। वहीं, किशनगंगा बांध के बारे में पाकिस्तान का कहना है कि इससे नीलम नदी में पानी के प्रवाह पर असर पड़ता है।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए भयानक आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान से हुई सिंधु जल संधि को स्थगित कर दिया था। इस संधि के तहत सिंधु समेत 5 नदियों का पानी पाकिस्तान को मिलता रहा है। सिंधु जल संधि 1960 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुई थी। अब भारत इन सभी 5 नदियों में पानी के प्रवाह के बारे में पाकिस्तान को जानकारी भी नहीं दे रहा है। बीते दिनों भारत ने अचानक झेलम नदी का पानी छोड़ दिया था। इससे पाकिस्तान के कुछ इलाकों में हल्की बाढ़ भी देखने को मिली थी। पीएम नरेंद्र मोदी का पहले से ही कहना है कि पाकिस्तान परस्त आतंकियों के हमलों को देखते हुए पानी और खून साथ में बहना संभव नहीं है। इस वजह से इस बार भारत ने सिंधु जल संधि को स्थगित किया है।
वहीं, पाकिस्तान के नेता सिंधु जल संधि को स्थगित करने के भारत के फैसले से बौखलाए हुए हैं। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि अगर भारत ने सिंधु नदी पर बांध बनाया, तो उस पर हमला किया जाएगा। वहीं, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने धमकी दी है कि सिंधु में पानी बंद हुआ, तो खून बहेगा। रूस में पाकिस्तान के राजदूत ने भी धमकी दी है कि पाकिस्तान युद्ध में भारत के खिलाफ परमाणु हथियार का इस्तेमाल कर सकता है। भारत और पाकिस्तान में इस वक्त जबरदस्त तनाव है। पीएम मोदी ने साफ कहा है कि पहलगाम में पर्यटकों की जान लेने वाले आतंकियों और उनके आकाओं को भारत किसी सूरत में नहीं बख्शेगा।