नई दिल्ली। दिल्ली में प्रस्तावित जी-20 की बैठक से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीटीआई को दिए इंटरव्यू में अपनी महत्वाकांक्षा पेश की है, जिसमें उन्होंने कहा कि आगामी 2047 तक भारत एक विकसित राष्ट्र के रूप में उभरकर सामने आएगा। भारत सांप्रदायिक मुक्त राष्ट्र होगा। जहां सभी धर्मों के लोग पारस्परिक प्रेम व सौहार्द से रहेंगे। ध्यान दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बयान ऐसे वक्त में सामने आया है, जब कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल बीजेपी पर सांप्रदायिक दंगे करवाने का आरोप लगा रही है।
India will be in top three economies of world in near future, PM Modi says, citing country’s record of jumping five spots in less than decade
— Press Trust of India (@PTI_News) September 3, 2023
वहीं, प्रधानमंत्री ने जी-20 बैठक को लेकर कहा कि इसका मेरे दिल पर बड़ा असर पड़ा है। मुझे पूरा विश्वास है कि आगामी दिनों में इस मीटिंग की सकारात्मक तस्वीर निकलकर सामने आएगी। हम सबका साथ सबका विकास के वचन को आगे बढ़ाने की दिशा में काम करेंगे। 2047 में देश में भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं रहेगी। पीएम मोदी ने कहा कि जी-20 केवल विचारों का ही नहीं, बल्कि भविष्य का रोडमैप है। आज की तारीख में हम इस बैठक के जरिए जो नींव डालेंगे, उसका प्रभाव भविष्य में देखने को मिलेगा।
PM Modi dismisses objections of Pakistan,China on G20 meets in Kashmir, Arunachal;says it’s natural to hold meets in every part of country
— Press Trust of India (@PTI_News) September 3, 2023
उधर, चीन पाकिस्तान की आपत्तियों को भी प्रधानमंत्री ने सिरे से खारिज किया। ध्यान दें, चीन ने जी-20 बैठक से पहले नक्शा जारी किया था, जिसमें उसने अरूणाचल प्रदेश को अपने देश का हिस्सा बताया था, जिस पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने आपत्ति जताई थी। केंद्रीय विदेश मंत्री ने यहां तक कह दिया था कि हम चीन की बातों को गंभीरता से नहीं लेते हैं। वो इससे पहले भी इस तरह का बयान जारी कर चुके हैं।