
नई दिल्ली। भारत ने पाकिस्तान पर एक और वार करते हुए पड़ोसी देश के हर विमान के लिए अपना एयरस्पेस 23 मई तक बंद कर दिया है। इससे पाकिस्तान के लिए नई मुश्किल खड़ी होगी। पाकिस्तान की किसी भी एयरलाइंस के विमान भारत के आसमान में दाखिल नहीं हो सकेंगे। उनको पूर्व की ओर जाने के लिए अरब सागर और श्रीलंका का लंबा रास्ता चुनना पड़ेगा। इससे पाकिस्तान को हर रोज करीब 2.5 लाख डॉलर का नुकसान होगा। पाकिस्तान ने इससे पहले 23 अप्रैल को भारतीय विमानों के लिए अपनी आकाशीय सीमा बंद कर दी थी, लेकिन भारत ने तब ऐसा नहीं किया था।
पहलगाम में 22 अप्रैल को बैसरन घाटी में हुए पर्यटकों के नरसंहार के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए हैं। इसके तहत सिंधु जल समझौते को स्थगित किया गया है। हर तरह के वीजा पर आए पाकिस्तानी नागरिकों को भारत से वापस भेजा गया है। पाकिस्तान के उच्चायोग और इस्लामाबाद स्थित भारत के उच्चायोग में स्टाफ की संख्या घटाई गई है। इसके अलावा भारत ने पाकिस्तान के उच्चायोग और पाकिस्तान स्थित अपने उच्चायोग में मिलिट्री अताशे के पद भी रद्द कर दिए हैं। इन सभी कदमों से पाकिस्तान बिलबिला रहा है और उसकी नींद उड़ी हुई है कि पता नहीं कब भारत हमला कर दे।
इससे पहले मोदी सरकार ने पाकिस्तान को दो बार अपना दम दिखाया था। उड़ी आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान पर भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक की थी। वहीं, पुलवामा में 40 जवानों के शहीद होने पर मोदी सरकार ने भारतीय वायुसेना से पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक कराई थी। ऐसे में पाकिस्तान को फिर ऐसा ही कुछ होने का अंदेशा है। खास बात ये भी है कि पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ ने मौजूदा पीएम और अपने भाई शहबाज शरीफ से कहा है कि वो भारत से न उलझें। वहीं, भारत में हर व्यक्ति चाह रहा है कि पाकिस्तान का नाम-ओ-निशान मिटा दिया जाए।