नई दिल्ली। बीते दिनों जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाओं में तेजी दिखाई दी। पहले आतंकियों ने मोदी सरकार के शपथग्रहण के दिन ही रियासी में एक बस पर हमला कर 9 हिंदू श्रद्धालुओं की हत्या की। फिर कठुआ में एक गांव में हमला किया और फिर डोडा में सेना की पोस्ट को निशाना बनाया। अचानक आतंकवाद की घटनाओं में तेजी को देखते हुए केंद्र सरकार अब जम्मू-कश्मीर में दहशतगर्दी को समूल नष्ट करने का प्लान बनाने में लग गई है। इसी कड़ी में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज दिल्ली में उच्चस्तरीय बैठक करने जा रहे हैं।
गृहमंत्री अमित शाह को एक बार फिर पीएम नरेंद्र मोदी ने गृह मंत्रालय सौंपा है। देशभर में कानून का राज स्थापित करने की जिम्मेदारी अमित शाह के ही कंधे पर है। ऐसे में केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को समूल नष्ट करने का बड़ा काम करने की दिशा में अमित शाह कदम बढ़ाने जा रहे हैं। आज होने वाली अहम बैठक में वो जम्मू इलाके में हाल की आतंकी घटनाओं पर विचार विमर्श करने के साथ ही केंद्र शासित प्रदेश से आतंकवाद को पूरी तरह खत्म करने के उपाय सुझा सकते हैं। आज अमित शाह के साथ होने वाली बैठक में जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, गृह सचिव, आईबी और रॉ के चीफ, एनआईए के डीजी, सेना के बड़े अफस और सभी अर्धसैनिक बलों के डीजी रहेंगे।
सूत्रों के हवाले से जानकारी मिल रही है कि जम्मू इलाके में आतंकवादियों के पूरी तरह सफाए के लिए बैठक में योजना बन सकती है। साथ ही जल्दी ही शुरू होने जा रही अमरनाथ यात्रा के लिए बेहद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था करने पर भी फैसला होने वाला है। बीते शुक्रवार को भी अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा के हालात पर बैठक कर ताजा स्थिति का जायजा लिया था। बता दें कि अमित शाह के निर्देश पर आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई पहले से ही जारी है। इसकी वजह से कश्मीर घाटी में दहशत फैलाने की घटनाएं काफी कम हुई हैं। अब आतंकवादी जम्मू क्षेत्र में पैठ बनाने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं, मोदी सरकार का इरादा उनको हर हाल में कदम जमाने से रोकने का है।