
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं समेत समर्थकों में खुशी का ठिकाना नहीं है। अरविंद केजरीवाल को ऐसे समय पर जमानत मिली है जब हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में निश्चित तौर पर आम आदमी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं का केजरीवाल के जेल से बाहर आने से मनोबल बढ़ेगा। हालांकि केजरीवाल की गैर मौजूदगी में मनीष सिसोदिया, संजय सिंह, पंजाब सीएम भगवंत मान और यहां तक कि अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता ने भी हरियाणा में चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी संभाल रखी है मगर केजरीवाल को जमानत हरियाणा चुनाव में आप के लिए एक संजीवनी की तरह है।
आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी हरियाणा की सभी 90 विधानसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ रही है। अरविंद केजरीवाल ही आम आदमी पार्टी का मुख्य चेहरा हैं और ऐसे में उनके बिना किसी भी चुनाव में उतरना पार्टी के लिए थोड़ा मुश्किल है। ऐसे में पार्टी का मजबूती के साथ प्रचार बहुत जरूरी है। केजरीवाल मूल रूप से हरियाणा के ही रहने वाले हैं। उनका पैतृक घर हिसार के खेड़ा में स्थित है ऐसे में जेल से बाहर आने के बाद चुनाव प्रचार में केजरीवाल और आम आदमी पार्टी इमोशनल कार्ड भी खेलेंगे। अब इसका उनको फायदा होगा या नहीं वो समय बताएगा।
इससे पहले लोकसभा चुनाव में भी अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के लिए प्रचार किया था। सुप्रीम कोर्ट ने उनको चुनाव प्रचार करने के लिए अंतरिम जमानत दी थी। हालांकि लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को उसके गढ़ दिल्ली समेत हरियाणा और पंजाब में भी अच्छे नतीजे नहीं मिले। गौरतलब है कि हरियाणा में सभी 90 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में 5 अक्टूबर को चुनाव होना है। वोटों की गणना के साथ ही नतीजे 8 अक्टूबर को घोषित होंगे।