पटना। बिहार में 2025 में विधानसभा के चुनाव हैं। ऐसे में पूर्व सीएम और आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव क्या फिर जेडीयू अध्यक्ष और मौजूदा सीएम नीतीश कुमार को फिर साथ लाना चाहते हैं? ये सवाल लालू यादव के करीबी विधायक भाई वीरेंद्र के ताजा बयान से उठा है। भाई वीरेंद्र ने कहा है कि राजनीति में कुछ भी संभव है और कोई भी स्थायी दोस्त या दुश्मन नहीं होता। भाई वीरेंद्र ने कहा कि हो सकता है बिहार में फिर खेला हो जाए। लालू के करीबी विधायक ने कहा कि अगर नीतीश कुमार सांप्रदायिक ताकतों का साथ छोड़कर आएंगे, तो उनका आरजेडी स्वागत करेगी।
सीएम नीतीश को मिला आरजेडी का ऑफर: राजद विधायक भाई वीरेंद्र बोले- बिहार में खेला हुआ है और आगे भी हो सकता है, राजनीति परिस्थितियों का खेल है. यहां न कोई स्थाई दोस्त होता है ना ही स्थाई दुश्मन. नीतीश कुमार सांप्रदायिक ताकतों को छोड़कर आते हैं तो सोचा जाएगा.@iBhaiVirendra #Bihar… pic.twitter.com/ybTfm75HlM
— FirstBiharJharkhand (@firstbiharnews) December 25, 2024
इससे पहले न्यूज चैनल आजतक के कार्यक्रम में लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव भी नीतीश कुमार से एक बार फिर गलबहियां करने के संकेत देते दिखे थे। तेजस्वी यादव ने कहा था कि नीतीश जी हमारे पिता के दोस्त हैं। हम चाहते हैं कि उनको सम्मान दें। तेजस्वी यादव ने संकेतों में कहा था कि बीजेपी के साथ सरकार चलाने के कारण नीतीश कुमार कई काम कराने में अक्षम और कमजोर हैं। तेजस्वी यादव इससे पहले नीतीश कुमार की सरकार में डिप्टी सीएम भी रह चुके हैं। अब लालू के करीबी भाई वीरेंद्र का नीतीश कुमार की तरफ शर्तों के साथ दोस्ती का हाथ बढ़ाने वाला बयान ऐसे में अहम हो जाता है।
हालांकि, नीतीश कुमार ने पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के सामने कई बार कहा है कि वो अब लालू यादव की आरजेडी के साथ नहीं जाएंगे। नीतीश कुमार कहते रहे हैं कि उनसे गलती हो गई थी। अब भाई वीरेंद्र की तरफ से लालू के साथ फिर आने का प्रस्ताव मिलने के बाद सबकी नजर इस पर है कि नीतीश की प्रतिक्रिया क्या रहती है। बता दें कि आरजेडी का साथ छोड़कर एक बार फिर बीजेपी के साथ गए नीतीश कुमार बिहार में कई पर्वों पर लालू यादव के घर जाते रहे हैं। विधानसभा में भी बीते दिनों उनके और तेजस्वी यादव के बीच संकेतों का आदान-प्रदान होते देखा गया था।