
मेंगलुरु। कर्नाटक के मेंगलुरु में बीते शनिवार को एक ऑटो में हुए ब्लास्ट के तार खतरनाक आतंकी संगठन आईएसआईएस से जुड़ रहे हैं। पुलिस के मुताबिक इस धमाके का आरोपी मोहम्मद शारिक है। इस मामले की जांच एनआईए भी कर रही है। अब तक की जांच से पता चला है कि शारिक के तार आईएसआईएस की अल-हिंद शाखा से जुड़े रहे हैं। ब्लास्ट के आरोपी के तौर पर शारिक की पहचान की जा चुकी है। इससे पहले भी उसे गैरकानूनी गतिविधियों संबंधी कानून UAPA के तहत गिरफ्तार किया गया था। तब कोर्ट से उसे जमानत मिल गई थी। एक और आतंकी वारदात के मामले में पुलिस उसे तलाश रही थी। ऑटो ब्लास्ट में शारिक घायल हुआ है। उसका इलाज अस्पताल में चल रहा है। शारिक के घरवाले उससे मिलने अस्पताल भी पहुंचे।
Karnataka | Family of Mangaluru autorickshaw blast accused, Sharik arrives at Father Muller Hospital in Mangaluru where he is admitted. pic.twitter.com/3EU73mnckZ
— ANI (@ANI) November 21, 2022
अब तक की जांच के दौरान एजेंसियों को पता चला है कि बीते दिनों कोयंबटूर में कार में हुए ब्लास्ट से मेंगलुरु में हुए ब्लास्ट की काफी समानता है। कोयंबटूर में सिलेंडर के साथ बम लगाया गया था। जबकि, मेंगलुरु में कुकर में बम बनाया गया था। कोयंबटूर में जो धमाका हुआ था, उसके आरोपी के संबंध श्रीलंका में ईस्टर के मौके पर हुए सीरियल ब्लास्ट के आरोपियों से होने के सबूत मिले थे। अब कोयंबटूर और मेंगलुरु की घटना को जोड़ते हुए जांच हो रही है। इस मामले में और भी लोगों के शामिल होने की आशंका है। एनआईए और कर्नाटक पुलिस पूरे मॉड्यूल का खुलासा करने के लिए दिन-रात एक कर रही हैं।
मेंगलुरु ब्लास्ट मामले में अब तक की जांच से पता चला है कि ऑटो रिक्शा में कुकर बम रखा गया। बैटरी, तार और सर्किट बरामद हुए हैं। चटाई का भी इस्तेमाल किया गया। बता दें कि पहले ही पता चल चुका है कि धमाके का आरोपी शारिक किसी हिंदू के नाम से फर्जी आधार कार्ड के जरिए किराए के मकान में रह रहा था। उसके पुराने केस की जांच से पता चला था कि उसने दीवारों पर धमकी भरे नारे लिखे थे और संघ परिवार से रंजिश रखता था। पुलिस और एनआईए ये जांच भी कर रही हैं कि शारिक ने और किन जगहों पर पनाह ली थी और किन किन से मिलता जुलता था।