नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव से पहले एनडीए का परिवार बढ़ गया है। दरअसल, देवगौड़ा की पार्टी जेडीएस ने एनडीए का दामन थाम लिया है। इस दौरान दिल्ली में एचडी कुमारस्वामी की गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात भी हुई। खबर है कि कर्नाटक में बीजेपी-जेडीएस के बीच सीट शेयरिंग को लेकर भी सहमति बन चुकी है। जल्द ही इससे जुड़े आंक़ड़े सार्वजनिक कर दिए जाएंगे। बता दें कि कर्नाटक में कभी जेडीएस और बीजेपी एक ही कश्ती में सवार थी, लेकिन प्रदेश में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद तीनों ने अपनी राह अलग-अलग पकड़ ली।
JD (S) formally joins NDA today
Read @ANI Story | https://t.co/XSsk42ObOb#JDS #NDA #Kumaraswamy #HDKumaraswamy pic.twitter.com/vag9rFAJtL
— ANI Digital (@ani_digital) September 22, 2023
वहीं, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि, ‘कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जद(एस) नेता श्री एच.डी. से मुलाकात की। कुमारस्वामी हमारे वरिष्ठ नेता और गृह मंत्री श्री की उपस्थिति में अमित शाह जी. मुझे खुशी है कि जद (एस) ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा बनने का फैसला किया है। हम एनडीए में उनका तहे दिल से स्वागत करते हैं। यह एनडीए और माननीय प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को और मजबूत करेगा नरेंद्र मोदी जी “न्यू इंडिया, स्ट्रॉन्ग इंडिया” के लिए।
Met Former Chief Minister of Karnataka and JD(S) leader Shri H.D. Kumaraswamy in the presence of our senior leader and Home Minister Shri @AmitShah Ji.
I am happy that JD(S) has decided to be the part of National Democratic Alliance. We wholeheartedly welcome them in the NDA.… pic.twitter.com/eRDUdCwLJc— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) September 22, 2023
बीजेपी को कितना फायदा ?
JDS के BJP के दामन थामने से कर्नाटक के राजनीतिक समीकरण बदल सकते हैं। बता दें कि कर्नाटक की 17 फीसद आबादी लिंगायत हैं, जो कि बीजेपी का केंद्रीय बिंदु माने जाते हैं। वहीं, बीएस येदियुरप्पा लिंगायत समुदाय से आते हैं। वहीं, कर्नाटक में दूसरा सबसे प्रभावशाली समुदाय वोक्कालिगा समुदाय है। यह समुदाय जेडीएस का कोर वोटर माना जाता है। एचडी देवगौड़ा भी वोक्कालिगा समुदाय से आते हैं। ऐसे में बीजेपी और जेडीएस के चुनावी मैदान में दोनों को सियासी मोर्चे पर फायदा पहुंचेगा।