newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Coronavirus: कोरोना ने दिए खतरे के संकेत, तो केंद्र सरकार ने उठाया बड़ा कदम, दिए सभी राज्य सरकारों को ये निर्देश

Coronavirus: स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, कई राज्यों में कोरोना के मामलों तेजी देखने को मिली है, जिसे देखते हुए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों की सरकारों को टेस्टिंग बढ़ाए के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को भी संभावित आपातकालीन स्थिति को ध्यान में रखते हुए दुरूस्त करने के निर्देश दिए गए हैं।

नई दिल्ली। कहीं एक बार फिर से कोरोना वायरस हम सभी लोगों के लिए आफत का सबब ना बन जाए, इसे देखते हुए आज केंद्र सरकार की ओर से सभी राज्य सरकारों को पत्र लिखा गया है। पत्र में सभी से टेस्टिंग बढ़ाने की मांग की गई है। इसके अलावा सरकार ने राज्यों की सरकारों को 10 और 11 अप्रैल को सभी निजी अस्पतालों में मॉक ड्रिक करने का निर्देश दिया है। बता दें कि केंद्र ने यह निर्देश ऐसे वक्त में जारी किया है, जब लगातार कई राज्यों में कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। अब ऐसी स्थिति में आगामी दिनों में सरकार की ओर से क्या कुछ कदम उठाए जाते हैं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन आइए उससे पहले कोरोना की मौजूदा परिस्थिति के बारे में जान लेते हैं।

Coronavirus

कोरोना की मौजूदा परिस्थिति

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, कई राज्यों में कोरोना के मामलों तेजी देखने को मिली है, जिसे देखते हुए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों की सरकारों को टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को भी संभावित आपातकालीन स्थिति को ध्यान में रखते हुए दुरूस्त करने के निर्देश दिए गए हैं, लेकिन राहत की बात यह है कि कोरोना के बढ़ते मामलों के बावजूद भी किसी भी मरीज को अस्पताल में भर्ती करवाने की नौबत सामने नहीं आ रही है।

coronavirus-children-2343

 

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दिए ये निर्देश

उधर, कोरोना की मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना के बढ़ते मामलों के अनुपात में टेस्टिंग नहीं किए जाने पर चिंता जताई है। डब्लूएचओ ने कहा कि 10 लाख की आबादी पर कम से कम 140 टेस्ट किये जाने चाहिए। बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कुछ आंकड़े पेश किए हैं, जिसके मुताबिक, केरल से करीब 26.4%, महाराष्ट्र से 21.7%, गुजरात से 13.9%, कर्नाटक से 8.6%, तमिलनाडु से 6.3% केस दर्ज हो रहे हैं, जिसे देखते संभावित दुश्वारियों से निपटने की दिशा में टेस्टिंग पर जोर देने के लिए कहा गया है। उधर, केंद्र सरकाऱ ने आईसीएमआर को भी पत्र लिखकर कोरोना के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए सख्त रुख अख्तियार करने की अपील की है, ताकि स्वास्थ्य मोर्चे पर परिस्थितियां विकराल ना हो सकें।