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Arvind Kejriwal: ‘लालू राबड़ी मॉडल पर चल रहे केजरीवाल’, इस्तीफे की घोषणा के बाद बीजेपी ने साधा AAP पर निशाना

Arvind Kejriwal: अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि भगवा पार्टी उन्हें भ्रष्ट साबित करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, “मैं मुख्यमंत्री की कुर्सी पर तभी बैठूंगा, जब लोग मुझे ईमानदारी का प्रमाणपत्र देंगे। जेल से बाहर आने के बाद मैं अग्निपरीक्षा देना चाहता हूं।”

नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद से देश की राजनीति में हलचल मच गई है। जेल से बाहर आने के बाद सीएम केजरीवाल ने पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पद छोड़ने की बात कही, जिससे राजनीतिक माहौल गरमा गया है। इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सीएम केजरीवाल पर तीखा हमला बोला है।

बीजेपी का आरोप: केजरीवाल पत्नी को बनाना चाहते हैं मुख्यमंत्री

बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने एक गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल को दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “मेरे सूत्रों ने मुझे बताया है कि केजरीवाल ने इस्तीफा देने के लिए दो दिन का समय मांगा है ताकि वह अपने विधायकों को सुनीता केजरीवाल को मुख्यमंत्री स्वीकार करने के लिए राजी कर सकें।” पूनावाला ने एक्स  पर लिखा, “यह लालू-राबड़ी और सोनिया-मनमोहन मॉडल की तरह ही है, जहां पूरी शक्ति तो चाहिए, लेकिन कोई जवाबदेही नहीं।”


केजरीवाल के इस्तीफे की अटकलें

शहजाद पूनावाला ने आगे कहा कि अरविंद केजरीवाल ने आपदा में अवसर तलाशने में महारत हासिल कर ली है। उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल का इस्तीफा महज एक नाटक है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें आबकारी नीति घोटाले में बरी नहीं किया, बल्कि सशर्त जमानत दी है। पूनावाला के मुताबिक, “केजरीवाल इस समय नाम मात्र के मुख्यमंत्री बन गए हैं और इस स्थिति से खुद को उबारने के लिए यह चाल चल रहे हैं।”

केजरीवाल का बयान: ‘ईमानदारी का प्रमाणपत्र चाहिए’

अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि भगवा पार्टी उन्हें भ्रष्ट साबित करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, “मैं मुख्यमंत्री की कुर्सी पर तभी बैठूंगा, जब लोग मुझे ईमानदारी का प्रमाणपत्र देंगे। जेल से बाहर आने के बाद मैं अग्निपरीक्षा देना चाहता हूं।”

केजरीवाल ने यह भी कहा कि अगले कुछ दिनों में आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों की बैठक होगी और पार्टी के एक नेता को मुख्यमंत्री चुना जाएगा। उन्होंने फरवरी में प्रस्तावित दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर कहा कि वह चाहते हैं कि दिल्ली में नवंबर में महाराष्ट्र के साथ चुनाव कराए जाएं।


राजनीतिक हलचल तेज

केजरीवाल के इस बयान के बाद दिल्ली की राजनीति में उथल-पुथल मच गई है। जहां आम आदमी पार्टी के नेता इसे एक बड़ा कदम मान रहे हैं, वहीं विपक्षी दल इसे महज एक राजनीतिक चाल बता रहे हैं। आने वाले दिनों में केजरीवाल का अगला कदम क्या होगा, इस पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।