रांची। जमीन घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ईडी आज फिर झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन से पूछताछ करने वाली है। चर्चा इसकी है कि अगर ईडी ने हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया, तो वो अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को सत्ता की बागडोर सौंपते हुए सीएम बना सकते हैं। बता दें कि झारखंड के पड़ोसी राज्य बिहार में जब लालू यादव ने चारा घोटाले के सिलसिले में सीएम का पद छोड़ा था, तो उन्होंने अपनी पत्नी राबड़ी देवी को सीएम बनाया था। अब बताया जा रहा है कि हेमंत सोरेन भी लालू की राह पर चल सकते हैं। ऐसे में देख लेते हैं कि कल्पना सोरेन का कोई सियासी सफर रहा भी है या वो अब तक इससे दूर रही हैं।
राबड़ी देवी जब सीएम बनी थीं, तब उनको सियासत की एबीसीडी पता नहीं थी। इसी तरह कल्पना सोरेन का भी मामला है। वो अब तक सियासत से दूर ही रही हैं। हालांकि, मंगलवार को जब हेमंत सोरेन ने विधायकों की बैठक की, तब उसमें कल्पना सोरेन दिखी थीं। पहली बार विधायकों की बैठक में कल्पना सोरेन ने भी हिस्सा लिया। कल्पना सोरेन का जन्म रांची में 1976 में हुआ। उनके पिता कारोबारी हैं। इंजीनियरिंग की पढ़ाई के अलावा कल्पना सोरेन ने एमबीए भी किया हुआ है। उनके परिवार की कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं है। मूल रूप से कल्पना ओडिशा के मयूरभंज जिले से आती हैं। कल्पना सोरेन बिजनेस और चैरिटी का काम करती हैं। वो स्कूल भी चलाती हैं। महिला और बाल विकास कार्यक्रमों से जुड़ी रही हैं। इसके अलावा कल्पना सोरेन के पास 3 कॉमर्शियल बिल्डिंग हैं।
कल्पना और हेमंत सोरेन की शादी 2006 में हुई थी। इस दंपति के दो बेटे हैं। कल्पना सोरेन पर झारखंड के पूर्व सीएम रघुबर दास ने आरोप लगाया था कि उनके पति हेमंत सोरेन ने गलत तरीके से प्लॉट का आवंटन किया है। रघुबर दास का आरोप था कि कल्पना को हेमंत सोरेन ने वो जमीन दिलवाई, जो आदिवासियों के लिए तय प्लॉट के पूल का हिस्सा थी। कल्पना सोरेन अगर सीएम बनती हैं, तो उनको 6 महीने के भीतर विधानसभा का चुनाव लड़ना और जीतना होगा। फिलहाल हेमंत सोरेन या उनकी पार्टी जेएमएम की तरफ से कल्पना सोरेन को सीएम बनाने के बारे में कुछ भी नहीं कहा गया है, लेकिन माना जा रहा है कि ईडी ने अगर हेमंत को गिरफ्तार किया, तो कल्पना को ही बागडोर देने के बारे में हेमंत ने गठबंधन के विधायकों को मना लिया है।