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Budget Session 2023: जानिए बजट का सफरनामा, ब्रीफकेस से लेकर टैबलेट तक कैसे आया चेंज

Budget Session 2023: इसके बाद इसको म्यूजियम में रख दिया गया। उसके स्थान पर एक फ्रैश रेड लैदर बजट का प्रयोग होने लगा। देश में अलग-अलग सरकारों के साथ-साथ बजट बैग का रंग और आकार बदलता रहा। भारत के बजट बॉक्स पर ब्रिटिश उपनिवेश का असर दिखाई दिया। आजादी के बाद भी भारत में लैदर बैग की इस परपंरा को जारी रखा गया।

नई दिल्ली। साल 2019 के पहले तक संसद में बजट की कापी को वित्त मंत्री एक ब्रीफकेस में लेकर आते थे। 2019 में ये ब्रीफकेस एक लाल रंग के बही खाते में चेंज हो गया। साल 2021-22 में ये बजट बही खाता आधुनिक हुआ और टेबलेट की शक्ल में सामने आया। बदलती सरकारों के साथ बजट ब्रीफकेस का रंग भी बदला। इस खबर में आज हम बजट बैग के सफरनामें पर जिसने ब्रीफकेस से टेबलेट तक सफर किया। देश में बजट के आने की कहानी बड़ी दिलचस्प है। साल 1860 में ब्रिटेन के चांसलर ऑफ द चेकर चीफ विलियम एवर्ट ग्लैडस्टोन ने पहली बार भारत का बजट पेश किया था। वो लंबे भाषण देने के लिए भी जाने जाते थे। ऐसे में उनको अपने डाक्यूमेंट्स रखने के लिए एक बड़े ब्रीफकेस रखने की जरूरत पड़ी। वो अपने पेपर इसी बैग में लेकर आए थे। जिसके बाद से ब्रीफकेस की परंपरा चलने में आई। क्वीन ने बजट पेश करने के लिए ये सूटकेस खुद विलियम एवर्ट ग्लैडस्टोन को दिया था। रेड ग्लैडस्टोन बजट बॉक्स साल 2010 तक चलन में था।

Budget

इसके बाद इसको म्यूजियम में रख दिया गया। उसके स्थान पर एक फ्रैश रेड लैदर बजट का प्रयोग होने लगा। देश में अलग-अलग सरकारों के साथ-साथ बजट बैग का रंग और आकार बदलता रहा। भारत के बजट बॉक्स पर ब्रिटिश उपनिवेश का असर दिखाई दिया। आजादी के बाद भी भारत में लैदर बैग की इस परपंरा को जारी रखा गया। चमड़े के इस लाल बैग में भारत की दशा- दिशा और उसके प्रगति का लेखा-जोखा रहता है। आजादी के बाद भी इस बजट परपंरा को बनाए रखा गया। 26 नवंबर 1947 स्वतंत्र भारत के पहले वित्त मंत्री शणमुखम भी बजट पेश करने के लिए यही ब्रीफकेस लेकर आए थे।

budget briefcase

1998-99 के बजट के दौरान वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा काले रंग के चमड़े के बैग को पट्टियों और बक्कल के साथ प्रचलन में लेकर आए थे। इसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 1991 में अपने पॉपुलिर बजट के दौरान एक सादे काले रंग के बैग को तरजीह दी थी। जुलाई 2019 में बजट बड़े से ब्रीफक्रेस के स्थान में लाल रंग के मखमली कपड़े के बही खाते की शक्ल में सामने आए। कपड़े के ऊपर भारत सरकार का चिन्ह था।

वहीं जैसे-जैसे टैक्लोनोजी का इस्तेमाल बढ़ता गया। इसका असर बजट पर दिखाई दिया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2021-22 को संसद में एक टैबलेट के जरिए पेश किया। इस टैबलेट परपंरा बही खाते की जगह ली। इसके साथ बजट के पेपरलैस की शुरुआत हुई। बता दें कि संसद के बजट सत्र की शुरुआत मंगलवार से होने जा रही है। 31 जनवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ अभिभाषण के साथ बजट सत्र की शुरुआत हो जाएगी। वहीं वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को संसद में बजट पेश कर सकती है।