नई दिल्ली। शराब घोटाला मामले में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के जेल जाने के बाद उनकी आम आदमी पार्टी की कमान पत्नी सुनीता केजरीवाल के हाथ में है। अरविंद केजरीवाल के जेल में रहते सुनीता केजरीवाल ने दिल्ली में विपक्षी दलों की रैली में आम आदमी पार्टी की तरफ से हिस्सा लेकर लोगों को संबोधित किया था। वो हाल ही में हरियाणा जाकर भी प्रचार करती दिखी थीं। क्या अब सुनीता केजरीवाल पूरी तरह राजनीति में रहेंगी? इस सवाल पर आम आदमी पार्टी के बड़े नेता और हाल ही में जेल से बाहर आए मनीष सिसोदिया ने बड़ी बात कही है।
हिंदी अखबार दैनिक जागरण से इंटरव्यू में मनीष सिसोदिया ने सुनीता केजरीवाल के राजनीति में सक्रिय रहने के बारे में जो कहा है, उसका लब्बोलुआब यही है कि अरविंद केजरीवाल के जेल में रहने तक ही उनकी पत्नी सियासत का मोर्चा संभाले हुई हैं। अखबार ने मनीष सिसोदिया से इंटरव्यू के दौरान ये सवाल पूछा था कि सुनीता केजरीवाल की अब पार्टी में क्या भूमिका रहेगी? इस पर मनीष सिसोदिया ने कहा कि सुनीता केजरीवाल पढ़ी-लिखी हैं। अरविंद केजरीवाल के जेल जाने के बाद उनका संदेश सुनीता केजरीवाल ने बेहतर तरीके से जनता तक पहुंचाया। मनीष सिसोदिया ने इसी के बाद सुनीता केजरीवाल के सियासी भविष्य पर बड़ी बात कही। मनीष सिसोदिया ने कहा कि उनको लगता है कि अरविंद केजरीवाल जेल से बाहर आएंगे, तो सुनीता केजरीवाल को इस तरह राजनीति में सक्रिय रहने की जरूरत नहीं रहेगी।
बता दें कि सुनीता केजरीवाल भी अरविंद केजरीवाल की ही तरह आईआरएस अफसर थीं। आम आदमी पार्टी के बनने के बाद सुनीता केजरीवाल ने आईआरएस की नौकरी से वीआरएस लिया था। सुनीता केजरीवाल अपने पति अरविंद केजरीवाल के साथ तमाम मौकों पर दिखती तो थीं, लेकिन कभी उन्होंने सियासी या अन्य बयान नहीं दिए। अरविंद केजरीवाल के जेल जाने के बाद सुनीता केजरीवाल ने सियासत में एंट्री मारते हुए आम आदमी पार्टी का मोर्चा संभाला। चर्चा ये भी चली कि अरविंद केजरीवाल पत्नी सुनीता केजरीवाल को दिल्ली का सीएम भी बना सकते हैं, लेकिन ये महज अफवाह ही साबित हुई।