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New Parliament Building: नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में इन लोगों की अहम भूमिका, जानिए क्या जिम्मेदारी निभाएंगे

नए संसद भवन का उद्घाटन रविवार यानी 28 मई को होना है। इस अवसर पर पूजन-अर्चन और मंत्रोच्चारण होगा। पीएम नरेंद्र मोदी इन सबके बीच नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। इस उद्घाटन कार्यक्रम में कुछ लोगों की बड़ी भूमिका रहने वाली है। इन अहम लोगों को मिली खास जिम्मेदारी आप भी जान लीजिए।

नई दिल्ली। नए संसद भवन का उद्घाटन रविवार यानी 28 मई को होना है। इस अवसर पर पूजन-अर्चन और मंत्रोच्चारण होगा। पीएम नरेंद्र मोदी इन सबके बीच नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। इस उद्घाटन कार्यक्रम में कुछ लोगों की बड़ी भूमिका रहने वाली है। अभी तक की जानकारी के मुताबिक नए संसद भवन के उद्घाटन का कार्यक्रम सुबह 7 बजे ही शुरू हो जाएगा। तमाम रीति-रिवाजों के मुताबिक पूजा-पाठ और हवन के बाद संसद भवन का उद्घाटन होगा। इस दौरान तिरुववदिथुरै अधीनम के मुख्य पुरोहित 24वें गुरु महा सन्निथानम श्री ला श्री मासिलामणि परमाचार्य स्वामीगल भी मौजूद रहेंगे। उनके अलावा अधीनम के 20 पुरोहित भी संसद भवन के चारों कोनों पर लगातार अखंड शिव स्तुति करेंगे। इन पुरोहितों में 96 साल के संत भी हैं। उन्होंने ही 1947 में पहले पीएम जवाहरलाल नेहरू को सेंगोल सौंपते वक्त शिव स्तुति की थी।

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तिरुववदुथरै अधीनम के मुख्य पुरोहित पीएम मोदी को मंत्रोच्चार और पवित्र जल छिड़कने के बाद सेंगोल सौंपेंगे। मोदी इस सेंगोल को लेकर नए संसद भवन के लोकसभा हॉल में जाएंगे। जहां लोकसभा अध्यक्ष के आसन के दाहिने तरफ शीशे के बक्से में इसे स्थापित किया जाएगा। सेंगोल स्थापना का काम खुद अधीनम के मुख्य पुजारी कराएंगे। मोदी इस मौके पर नए संसद भवन को बनाने वाले 60000 कारीगरों और इंजीनियरों को सम्मानित भी करने वाले हैं। इसकी जानकारी बुधवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दी थी।

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नए संसद भवन में राज्यसभा कक्ष।

नए संसद भवन को बनाने का आग्रह लोकसभा और राज्यसभा ने 5 अगस्त 2019 को सरकार से किया था। इसकी वजह ये है कि पुराना संसद भवन अब कई जगह से टूटने लगा है। इसके बाद सरकार ने साल 2020 में टाटा प्रोजेक्ट्स को इसे बनाने का काम दिया। 10 दिसंबर 2020 को पीएम नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन का शिलान्यास किया था। पहले नए संसद भवन को बनाने में 861 करोड़ रुपए खर्च होने की बात थी, लेकिन ये लागत 1200 करोड़ रुपए हो गई। नया संसद भवन 4 मंजिल का है। इसमें लोकसभा में 888 और राज्यसभा में 384 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था है। पुराने संसद भवन में लोकसभा के 550 और राज्यसभा के 250 सदस्यों के बैठने की जगह थी। नए संसद भवन में केंद्रीय कक्ष नहीं है। दोनों सदनों की संयुक्त बैठक लोकसभा में ही कराई जाएगी। इसके अलावा सांसदों के लिए लाउंज, लाइब्रेरी, कई समिति कक्ष, डाइनिंग और पार्किंग की व्यवस्था यहां की गई है।