
नई दिल्ली। अरविंद केजरीवाल की जगह दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी अब सीएम का पद संभालेंगी। आम आदमी पार्टी के विधायक दल की बैठक में अरविंद केजरीवाल ने खुद आतिशी के नाम का प्रस्ताव दिया और उनको दिल्ली के नए सीएम के तौर पर चुन लिया गया। आतिशी को विधायक दल के नेता के तौर पर चुनने पर मनीष सिसोदिया ने भी जोर दिया। आतिशी दिल्ली के कालकाजी से आम आदमी पार्टी की विधायक चुनी गई थीं। उनका जन्म 8 जून 1981 को हुआ। आतिशी ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। वो अरविंद केजरीवाल की सरकार में मंत्री बनने से पहले डिप्टी सीएम रहे मनीष सिसोदिया की सलाहकार भी रहीं। वो कई एनजीओ के साथ काम कर चुकी हैं। उनके पिता विजय सिंह और मां का नाम तृप्ता वाही है। आतिशी के पिता ने उनका नाम मार्क्स और लेनिन का नाम मिलाकर मार्लेना भी रखा था।
अरविंद केजरीवाल की सरकार में आतिशी के पास वित्त, राजस्व और शिक्षा जैसे विभाग रहे हैं। आतिशी को अरविंद केजरीवाल का करीबी माना जाता है। आतिशी पर अरविंद केजरीवाल कितना भरोसा जताते हैं, ये इसी से पता चलता है कि इस साल स्वतंत्रता दिवस पर उन्होंने लेफ्टिनेंट गवर्नर को प्रस्ताव भेजा था कि आतिशी को झंडा फहराने दिया जाए। हालांकि, लेफ्टिनेंट गवर्नर ने ये प्रस्ताव नहीं माना था। आतिशी लगातार अरविंद केजरीवाल के जेल जाने पर बीजेपी के खिलाफ मुखर रही हैं। आतिशी लगातार ये आरोप भी लगाती रही हैं कि साजिश के तहत अरविंद केजरीवाल को जेल भेजा गया।
इससे पहले दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा था कि अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल दिल्ली का सीएम पद नहीं संभालना चाहती हैं। सौरभ भारद्वाज ने खुद को भी दिल्ली के सीएम पद की रेस से बाहर बताया था। इससे पहले चर्चा थी कि अरविंद केजरीवाल की जगह दिल्ली के सीएम पद की रेस में आतिशी सबसे आगे हैं। आतिशी के अलावा सुनीता केजरीवाल, सौरभ भारद्वाज, गोपाल राय और कैलाश गहलोत के नामों की चर्चा भी दिल्ली के सीएम के तौर पर हो रही थी।