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Kumar Vishwas : वामपंथियों को कुपढ़, आरएसएस को अनपढ़ बताकर बुरे फंसे कुमार विश्वास.. मचा हंगामा तो वीडियो जारी कर दी सफाई

Kumar Vishwas : भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राजपाल सिंह सिसौदिया ने कहा कि कथा वाचकों को कथा कहनी चाहिए, प्रमाण पत्र नहीं बांटने चाहिए। कथा से पहले भाजपा नेताओं ने ही कुमार विश्वास का स्वागत किया था। कुमार विश्वास ने बाद में वीडियो जारी कर अपनी सफाई पेश की है। उन्होंने बताया कि आखिर उन्होंने यह बात क्यों कही थी।

नई दिल्ली। कवि कुमार विश्वास इन दिनों अपनी रामकथा को लेकर दुनिया भर में ख्याति प्राप्त कर रहे हैं। हाल ही में उनकी इसी रामकथा को लेकर बवाल खड़ा हो गया जब उज्जैन में विक्रमोत्सव-2023 में रामकथा कहने आए कवि कुमार विश्वार ने वामपंथ और आरएसएस लेकर एक टिप्पणी कर दी। दरअसल मंगलवार रात को कथा के दौरान कुमार विश्वास ने वामपंथियों को कुपढ़ और आरएसएस से जुड़े लोगों को अनपढ़ कह दिया। बुधवार को इस टिप्पणी से जुड़ा वीडियो बहुप्रसारित हो गया। इसके बाद बवाल शुरू हुआ। समग्र हिंदू समाज ने प्रेस नोट जारी कर कुमार विश्वास से माफी मांगने को कहा है। कुमार विश्वास की इस टिप्पणी पर राजनीतिक गलियारों में हलचल शुरू हो गई है।

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आपको बता दें कि भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राजपाल सिंह सिसौदिया ने कहा कि कथा वाचकों को कथा कहनी चाहिए, प्रमाण पत्र नहीं बांटने चाहिए। कथा से पहले भाजपा नेताओं ने ही कुमार विश्वास का स्वागत किया था। कुमार विश्वास ने बाद में वीडियो जारी कर अपनी सफाई पेश की है। उन्होंने बताया कि आखिर उन्होंने यह बात क्यों कही थी।

गौर करने वाली बात यह है कि उज्जैन में विक्रमउत्सव कार्यक्रम के तहत 21 से 23 फरवरी तक रामकथा का आयोजन किया जा रहा है। मंगलवार को कुमार विश्वास ने अपने-अपने राम विषय पर रामकथा सुनाई। रामकथा को वर्तमान परिप्रेक्ष्य में बताया। एक पुराने प्रसंग का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि लगभग 3-4 वर्ष पहले बजट आने वाला था। तब उनके पास एक बच्चा आकर पूछता है कि बजट कैसा आना चाहिए। वह आरएसएस यानी राष्‍ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लिए काम करता है। हमारे साथ भी रहता है। कुमार विश्वास ने उससे कहा था- आप लोगों ने रामराज्य की सरकार बनाई है तो रामराज्य वाला बजट आना चाहिए। इस पर बच्चे ने कहा कि रामराज्य में बजट कहां होता था। तब कुमार विश्वास ने कहा कि तुम्हारी यही समस्या है कि वामपंथी तो कुपढ़ हैं और तुम अनपढ़। जैसे ही कुमार विश्वास ने राम कथा के दौरान यह टिप्पणी दी वैसे ही हंगामा शुरू हो गया था।