नई दिल्ली। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झामुमो नेता हेमंत सोरेन शुक्रवार को बिरसा मुंडा जेल से रिहा हो गए। झारखंड उच्च न्यायालय ने उन्हें भूमि घोटाले से संबंधित धन शोधन मामले में जमानत दे दी। सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय ने 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था। अपनी रिहाई के बाद, सोरेन अपनी पत्नी कल्पना सोरेन सहित वाहनों के एक बड़े काफिले के साथ अपने आवास पर लौट आए। जेल से बाहर निकलते ही उन्होंने अपने समर्थकों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया, जो बड़ी संख्या में उनके पक्ष में नारे लगा रहे थे।
#WATCH | Former Jharkhand CM & JMM leader Hemant Soren released on bail from Birsa Munda jail in Ranchi
He was granted bail by Jharkhand HC in a land scam case. pic.twitter.com/uyuCsSP7NT
— ANI (@ANI) June 28, 2024
समर्थकों को हेमंत सोरेन का संबोधन
अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए सोरेन ने कहा, “मुझे झूठे आरोपों में जेल में डाला गया था। लोगों की आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है। न्यायपालिका ने न्याय किया है, और इसी वजह से मैं आज बाहर हूं।” अपने पति को लेने आई कल्पना सोरेन ने आभार व्यक्त करते हुए कहा, “यह दिन लंबे इंतजार के बाद आया है। मैं सभी का आभार व्यक्त करती हूं।”
सभी को झारखण्ड से जोहार! pic.twitter.com/8Cg0XOsaVs
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) June 28, 2024
जमानत की शर्तें
न्यायमूर्ति रंगन मुखोपाध्याय की एकल पीठ ने सोरेन की रिहाई का आदेश देते हुए कहा कि उन्हें 50,000 रुपये के बांड और उसी राशि के दो जमानती पेश करने पर जमानत दी जाएगी। सोरेन के वकील अरुणभ चौधरी ने जमानत की पुष्टि करते हुए कहा कि अदालत को दोषी होने का कोई प्रथम दृष्टया सबूत नहीं मिला और याचिकाकर्ता द्वारा जमानत पर रहते हुए कोई अपराध करने का कोई जोखिम नहीं देखा गया।