अमृतसर। पंजाब में आम आदमी पार्टी AAP की सरकार बनने के बाद से कानून और व्यवस्था की हालत चरमराती दिख रही है। ताजा मामले में अमृतसर में जमीन के विवाद में एक शख्स की हत्या कर दी गई। दिनदहाड़े भरे बाजार पुलिस की मौजूदगी में हुई हत्या से भगवंत मान सरकार विपक्षी दलों के निशाने पर आ गई है। हत्या का आरोप आम आदमी पार्टी की पार्षद दलबीर कौर के बेटे चरण सिंह बब्बा पर लगा है। अकाली दल और बीजेपी ने इस घटना को आधार बनाकर सीएम भगवंत मान पर निशाना साधा है। अमृतसर पुलिस के मुताबिक जमीन के विवाद में 2 पक्षों में झगड़ा था। इस पर बब्बा ने भरे बाजार फायरिंग कर दी। दो युवकों को गोली लगी और उनमें से एक की मौत हो गई।
After spate of gang wars & targeted killings, now AAP goons taking law into their own hands with a councillor’s son killing one person & injuring two in the presence of police at Amritsar. It’s high time you acted decisively @BhagwantMann. Pb descending into complete lawlessness. pic.twitter.com/4Nt3TMlRX7
— Sukhbir Singh Badal (@officeofssbadal) June 11, 2022
Is this the Badlaav you promised @BhagwantMann?
A young man murdered in broad daylight in Amritsar by @AAPPunjab Counsellor’s son & you are silent!
Ur silence encourages goons & AAP leaders to spread lawlessness@ArvindKejriwal’s remote control has brought Jungle-Raj in Punjab pic.twitter.com/qeUya96KCx— Manjinder Singh Sirsa (@mssirsa) June 11, 2022
अकाली दल के चीफ सुखबीर सिंह बादल और बीजेपी के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने घटना का वीडियो अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर कर भगवंत मान को कानून और व्यवस्था सुधारने की नसीहत दी है। दोनों नेताओं ने कहा है कि आप सरकार के दौर में पंजाब में लगातार हालात बिगड़ते जा रहे हैं और लोगों की इस तरह हत्याएं हो रही हैं। जिस पार्षद दलबीर कौर के बेटे पर हत्या का आरोप लगाया गया है, वो वार्ड नंबर 45 से नगर निगम में हैं। पहले वो कांग्रेस से पार्षद बनी थीं और बाद में आम आदमी पार्टी में शामिल हो गई थीं।
पंजाब में बीते कुछ समय से काफी उथलपुथल है। पहले पुलिस के खुफिया विभाग के मुख्यालय पर आतंकियों ने रॉकेट से हमला किया। इसके बाद तमाम सरकारी दफ्तरों पर खालिस्तान के झंडे लगे मिले। मशहूर गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या भी दिनदहाड़े हो गई। वहीं, ऑपरेशन ब्लूस्टार की बरसी के मौके पर पुलिस की सुरक्षा में खालिस्तान और भिंडरावाला समर्थकों की रैली निकली। इन सभी मामलों में विपक्षी दलों के निशाने पर सीएम भगवंत मान आए। अब हत्या की इस ताजा घटना से आने वाले दिनों में भगवंत मान की सरकार के लिए जवाबदेही करने में दिक्कत हो सकती है।