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सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन के विरोध में प्रदर्शन, हुई पत्थरबाजी, पुलिस ने किया लाठीचार्ज

26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा (Delhi Violence) के बाद किसान आंदोलन (Farmers Protest) कमजोर हो रहा था लेकिन एक बार फिर इस प्रदर्शन ने जोर पकड़ लिया है। शुक्रवार को भी कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का धरना आंदोलन जारी है।

नई दिल्ली। 26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा (Delhi Violence) के बाद किसान आंदोलन (Farmers Protest) कमजोर हो रहा था लेकिन एक बार फिर इस प्रदर्शन ने जोर पकड़ लिया है। शुक्रवार को भी कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का धरना आंदोलन जारी है। कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली से सटी सीमाओं पर किसानों का विरोध प्रदर्शन आज 65वें दिन भी जारी है। गुरुवार को किसान नेता राकेश टिकैत की आंखों से गिरे आंसुओं के बाद आंदोलन में यू टर्न आता दिख रहा है।

Singhu Border

अपड़ेट

सिंघु बॉर्डर पर किसानों के गुट और स्थानीय लोगों में हिसंक झड़प हो गई। जिसमें एक शख्स घायल हो गया साथ ही एक पुलिस वाला भी घायल हो गया। मामला इतना बढ़ गया कि पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा। साथ ही आंसू गैस के गोले भी दागने पड़े।

गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के आंदोलन में हलचल जारी है। इसी बीच सिंघु बॉर्डर के पास भी लोगों का संग्राम देखने को मिल रहा है। लोग यहां किसान आंदोलन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं और तिरंगे के अपमान को लेकर अपना गुस्सा जता रहे हैं। साथ ही सभी बॉर्डर पर सुरक्षा को देखते हुए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है।

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संसद भवन में किसान आंदोलन पर बैठक हुई। जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा हुई।

किसान आंदोलन पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया है। उन्होंने कहा, ”राकेश जी, हम पूरी तरह से किसानों के साथ हैं। आपकी मांगे वाजिब हैं। किसानों के आंदोलन को बदनाम करना, किसानों को देशद्रोही कहना और इतने दिनों से शांति से आंदोलन कर रहे किसान नेताओं पर झूठे केस करना सरासर गलत है।”

उधर, किसान नेता राकेश टिकैत ने गिरफ्तारी देने से इनकार कर दिया। साथ ही उन्होंने उत्त प्रदेश सरकार से धरनास्थल पर सुविधाएं मांगी हैं।

RJD नेता तेजस्वी यादव ने किसान आंदोलन पर नीतीश कुमार पर साधा निशाना। उन्होंने कहा, ”कल जो तीन काले कानूनों के खिलाफ हम लोगों की मानव श्रृंखला होने जा रही है उसकी तैयारियों को लेकर हम लोगों के बीच चर्चा हुई है। हर ज़िले में समन्वय समिति बनाकर तैयारी की जा रही है।”

दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन और दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने सिंघु बाॅर्डर जाकर किसानों के लिए की गईं व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया। राघव चड्ढा ने बताया, “आज भाजपा की सरकार अन्नदाता तक बुनियादी सुविधाएं नहीं पहुंचने दे रही है।”

दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे। जहां उन्होंने कहा “किसान नेताओं ने सीएम से पानी, बिजली और टॉयलेट्स की सुविधा के लिए निवेदन किया था। रात को ही यहां व्यवस्था कर दी गई थी। मैं निरीक्षण करने आया हूं कि कोई दिक्कत तो नहीं आ रही।”

गाज़ीपुर बाॅर्डर से राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत चौधरी ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि आज संसद के सत्र का पहला दिन है और ये मुद्दा संसद के अंदर भी उठना चाहिए। अगर सरकार पीछे हटती है तो इससे उनकी कमजोरी नहीं झलकेगी। प्रधानमंत्री सब विषयों पर बोलते हैं, किसान के बारे में भी बोल दें।


राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के नेता जयंत चौधरी गाज़ीपुर बॉर्डर पर पहुंचे। कृषि कानूनों के खिलाफ यहां किसानों का विरोध-प्रदर्शन जारी है।

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि हम प्रदर्शन स्थल खाली नहीं करेंगे, हम पहले अपने मुद्दों पर भारत सरकार से बात करेंगे।

किसान आंदोलन को देखते हुए गाजीपुर बॉर्डर बंद कर दिया गया है। साथ ही भारी पुलिस बल तैनात कर दी गई है।

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एडवायजरी जारी की है। जिसके मुताबिक, NH-24, गाज़ीपुर बॉर्डर आने और जाने वाले मार्ग को बंद कर दिया गया है।

सिंघु बॉर्डर पर भारी संख्या में सुरक्षाबल तैनात किया गया है। कृषि कानूनों के खिलाफ यहां किसानों का विरोध-प्रदर्शन जारी है।

गाज़ीपुर बाॅर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। किसान नेता जगतार सिंह बाजवा ने बताया, “हमारे पास अभी ऐसा(प्रदर्शन स्थल खाली करने का) कोई आदेश नहीं आया है। कल शाम को डीएम की तरफ से एक नोटिस आया था, उस पर चर्चा करने के बाद उसका जवाब देंगे।”

टिकरी बॉर्डर पर बड़ी संख्या में सुरक्षाबल तैनात है। कृषि कानूनों के खिलाफ यहां किसानों का विरोध-प्रदर्शन जारी है।

गाज़ीपुर बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का धरना प्रदर्शन जारी है।