भोपाल। मध्य प्रदेश के मालवा आगर जिले से विधायक मनोहर ऊंटवाल का गुरुवार की सुबह निधन हो गया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक ऊंटवाल (53) का गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा है। ऊंटवाल के निधन पर कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। भाजपा सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, विधायक ऊंटवाल ने गुरुवार सुबह मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। ब्रेन हेम्ब्रेज के कारण वे पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे।
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा, “भाजपा के प्रदेश महामंत्री, पूर्व सांसद, पूर्व मंत्री, आगर से विधायक और अत्यंत लोकप्रिय नेता, जो सहज, सरल और समर्पित व्यक्तित्व के धनी थे, मनोहर ऊंटवाल जी अब इस दुनिया में नहीं रहे।”
.@BJP4MP के प्रदेश महामंत्री, पूर्व सांसद, पूर्व मंत्री, आगर से विधायक और अत्यंत लोकप्रिय नेता, जो सहज, सरल और समर्पित व्यक्तित्व के धनी थे, श्री मनोहर ऊंटवाल जी अब इस दुनिया में नहीं रहे। pic.twitter.com/A0gFu9WdSB
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) January 30, 2020
चौहान के अनुसार, “आज ही सवेरे मनोहर ऊंटवाल ने दिल्ली के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके असमय निधन से मध्यप्रदेश की जनता ने अपने प्रिय सेवक को खोया है। उनका पूरा जीवन प्रदेश एवं देशवासियों की सेवा में समर्पित रहा। उनका निधन पूरे मध्यप्रदेश की क्षति है।”
आज ही सवेरे श्री मनोहर ऊंटवाल जी ने दिल्ली के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके असमय निधन से मध्यप्रदेश की जनता ने अपने प्रिय सेवक को खोया है। उनका पूरा जीवन प्रदेश एवं देशवासियों की सेवा में समर्पित रहा। उनका निधन पूरे मध्यप्रदेश की क्षति है। pic.twitter.com/d7yCxixf37
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) January 30, 2020
ऊंटवाल से अपने रिश्तों का जिक्र करते हुए चौहान ने कहा, “मनोहर ऊंटवाल मेरे व्यक्तिगत मित्र थे, भाई थे, निकट सहयोगी थे। भाजपा ने अपने प्रिय कार्यकर्ता को खोया है और मैंने अपने व्यक्तिगत मित्र को। भगवान उनके परिवार को यह असहय वेदना सहने की शक्ति दे। ‘बड़े गौर से सुन रहा था जमाना, तुम ही सो गए दास्तां कहते-कहते।”
श्री मनोहर ऊंटवाल जी मेरे व्यक्तिगत मित्र थे, भाई थे, निकट सहयोगी थे। @BJP4MP ने अपने प्रिय कार्यकर्ता को खोया है और मैंने अपने व्यक्तिगत मित्र को।
भगवान उनके परिवार को यह असह्य वेदना सहने की शक्ति दे।
बड़े गौर से सुन रहा था ज़माना, तुम ही सो गए दास्ताँ कहते, कहते।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) January 30, 2020