मुंबई। महाराष्ट्र में नया सियासी खेला होता दिख रहा है। दरअसल, महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने एकनाथ शिंदे समेत 54 विधायकों को दलबदल विरोधी कानून के तहत नोटिस जारी किया है। ये नोटिस उद्धव ठाकरे गुट की तरफ से विधानसभा अध्यक्ष को मिली अर्जी पर फैसला लेने के लिए दिया गया है। उद्धव ठाकरे गुट ने शिंदे और अन्य बागी विधायकों की सदस्यता रद्द करने की अर्जी दी थी। विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने बताया कि शिंदे गुट को 7 दिन में नोटिस का जवाब देना होगा। ऐसा न करने पर माना जाएगा कि उनके पास कहने के लिए कुछ नहीं है। अगर ऐसा हुआ, तो एकपक्षीय आदेश दिया जाएगा।
जिन 54 विधायकों को दलबदल विरोधी कानून के मामले में नोटिस दिया गया है, उनमें शिंदे गुट के 39, उद्धव गुट के 14 और 1 अन्य विधायक है। नार्वेकर ने इससे पहले शिंदे गुट के मंत्री शंभुराजे देसाई के पिता बालासाहेब देसाई पर एक किताब के विमोचन पर कहा था कि वो जल्दी ही बड़ा फैसला करने वाले हैं। खास बात ये भी है कि एनसीपी में बगावत और अजित पवार समेत कई विधायकों के सरकार में शामिल होने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने शिंदे गुट की शिवसेना को नोटिस दिया है। इससे पहले कयास लग रहे थे कि शिंदे गुट की मान्यता खतरे में पड़ सकती है और इसी वजह से बीजेपी ने अजित पवार और उनके विधायकों को सरकार में शामिल कराया है।
एकनाथ शिंदे और उनके साथ विधायकों ने 2022 में उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत की थी। बीजेपी के साथ मिलकर शिंदे ने सरकार बनाई। शिंदे गुट को चुनाव आयोग भी असली शिवसेना मानते हुए पार्टी का नाम और तीर-कमान का सिंबल दे चुका है। ऐसे में अब विधानसभा अध्यक्ष पर सबकी नजर है कि वो दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद क्या फैसला लेते हैं। कुल मिलाकर महाराष्ट्र में आने वाले दिनों में सियासी गतिविधि काफी तेज रह सकती है। क्योंकि उद्धव के बेटे आदित्य ठाकरे ने ये दावा भी किया है कि एकनाथ शिंदे के साथ गए 20 विधायक वापस उद्धव के साथ जुड़ना चाहते हैं।